नाव हादसे के बाद भोजछापर में मची रही घंटों अफराफतरी

गोपालगंज कुचायकोट प्रखंड के पूर्वी हिस्से में स्थित विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के भोजछापर कर्तानाथ मंदिर के पास मेले का आनंद ले रहे लोगों में नाव हादसे के बाद एकाएक अफरा-तफरी मच गई। जो लोग मंदिर में दर्शन को गए थे अचानक घटना की जानकारी लगने के बाद घटनास्थल की तरफ दौड़े। आसपास के गांव से भी जैसे-जैसे जानकारी लगी भारी संख्या में लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Aug 2021 10:07 PM (IST) Updated:Mon, 16 Aug 2021 10:07 PM (IST)
नाव हादसे के बाद भोजछापर में मची रही घंटों अफराफतरी
नाव हादसे के बाद भोजछापर में मची रही घंटों अफराफतरी

गोपालगंज : कुचायकोट प्रखंड के पूर्वी हिस्से में स्थित विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के भोजछापर कर्तानाथ मंदिर के पास मेले का आनंद ले रहे लोगों में नाव हादसे के बाद एकाएक अफरा-तफरी मच गई। जो लोग मंदिर में दर्शन को गए थे, अचानक घटना की जानकारी लगने के बाद घटनास्थल की तरफ दौड़े। आसपास के गांव से भी जैसे-जैसे जानकारी लगी भारी संख्या में लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए। लोगों को इस बात की ठीक-ठीक जानकारी नहीं हो पा रही थी कि आखिर इस घटना में कितने लोग नदी में लापता है। बाद में स्थानीय युवकों ने एक-एक कर तीन बच्चों समेत चार लोगों को गंभीर हालत में बाहर निकाला, जिनकी अस्पताल में मौत हो गई। नदी में दो से तीन लोगों के और लापता होने की बात सामने आने के बाद उनकी तलाश जारी है।

सोमवार को दिन के दो बजे तक सबकुछ ठीक था। इसी बीच हुई नाव दुर्घटना के बाद भोजछापर का माहौल बदल गया। नाव हादसे में चार लोगों की मौत के बाद मौके पर पहुंचे मृत लोगों के स्वजन दहाड़ मारकर चिल्लाने लगे। मंदिर के बाहर का माहौल एकाएक खुशी से कोहराम में बदल गया। कुछ देर पहले तक जहां लोग मंदिर के सामने खानपान के साथ घूमने फिरने का आनंद ले रहे थे एकाएक माहौल मातम में बदल गया। गौरतलब हो कि इस वर्ष सावन के महीने में पूर्व विधान पार्षद और इसी गांव के मूल निवासी आदित्य नारायण पाण्डेय ने सोमवार और शुक्रवार को काशी की गंगा आरती के तर्ज पर नारायणी आरती का आयोजन किया है। प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को यहां काशी से आए विशेषज्ञ पंडितों द्वारा नारायणी आरती का आयोजन होता है। जिसमें आसपास की भारी संख्या में भीड़ उमड़ती है। सोमवार होने के चलते यहां नारायणी आरती का भी आयोजन होना था। जिसको लेकर सोमवार की दोपहर से ही मंदिर के आसपास से लेकर आरती स्थल तक लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी। आरती स्थल के पास ही एक नाविक अपने नाम से लोगों को इस नदी में घूमाता था। बताया जाता है कि घूमने के लिए पांच व्यक्ति की क्षमता वाले इस नाव पर एक दर्जन लोग सवार हो गए। नदी में घूम कर वापस लौटते समय घाट के किनारे ही नाव का संतुलन बिगड़ा और नाव पलट गई। जिसमें तीन बच्चों समेत चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि दो अभी भी लापता बताए जाते हैं। लापता लोगों में एक चार वर्षीय बच्ची सृष्टि भी शामिल है, जिसकी मां पुष्पा देवी की इस घटना में मौत हो चुकी है। घटना के बाद सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल के नेतृत्व में प्रखंड और जिले की पदाधिकारियों की एक टीम गायब लोगों की तलाशी अभियान चला रही है।

परिवार के लोगों को मिलेगी चार-चार लाख की मुआवजा राशि

कुचायकोट (गोपालगंज) : विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव के पास नाव दुर्घटना के शिकार पीड़ित परिवारों को सरकार चार-चार लाख रुपये मुआवजा देगी। आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद पीड़ित परिवारों को चेक के माध्यम से मुआवजे की राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। यह जानकारी घटनास्थल पर मौजूद सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल ने दी। एसडीएम ने बताया कि नाव हादसे में तीन बच्चों समेत चार लोगों की मौत हुई है। जिनके शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि एक चार वर्षीय बच्ची अभी भी लापता है, जिसकी तलाश प्रशासन की ओर से स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस नाव हादसे में जिन चार लोगों के शव बरामद किए गए हैं, उनमें विनोद मटिहिनिया गांव निवासी नंद किशोर महतो का पुत्र पवन महतो, रामपुर मुकुंद गांव निवासी बम बहादुर का पुत्र आकाश ,कुचायकोट थाना क्षेत्र के हाता मठिया गांव निवासी बृजेश गुप्ता की पत्नी पुष्पा देवी तथा सल्लेहपुर मठिया गांव निवासी रामेश्वर राम का पुत्र गोलू कुमार शामिल है। इसके अलावा बृजेश गुप्ता की बेटी 4 वर्षीय सृष्टि कुमारी अभी भी लापता बताई जाती है। जिसकी तलाश प्रशासन स्थानीय ग्रामीणों की मदद से कर रही है। सदर एसडीएम ने बताया कि सभी पीड़ित परिवारों को चार-चार लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी।

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