गोपालगंज में तालाबों की दशा सुधारने में खर्च होंगे 25 लाख रुपये
गोपालगंज अब गर्मी के मौसम में तालाबों में धूल नहीं उडे़ंगे। तालाब पानी से लबालब भरे रहेंगे। इसके लिए बकायदा अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत अतिक्रमित किए गए जिले में ऐतिहासिक तथा सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराकर उसकी दशा सुधारने की पहल की गई है।
गोपालगंज : अब गर्मी के मौसम में तालाबों में धूल नहीं उडे़ंगे। तालाब पानी से लबालब भरे रहेंगे। इसके लिए बकायदा अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत अतिक्रमित किए गए जिले में ऐतिहासिक तथा सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराकर उसकी दशा सुधारने की पहल की गई है। इस पहल के तहत सभी प्रखंडों में एक-एक एकड़ तक के तालाबों को चिह्नित किए जाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन तालाबों को चिह्नित करने के बाद उनकी गहराई बढ़ाने से लेकर उसके किनारों का पक्कीकरण करने के साथ ही यहां लोग बैठ सकें, इसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी। इस योजना के तहत तालाबों मे साल भर पानी भरा जा सके इसके लिए बिजली चालित मोटर भी लगाए जाएंगे। तालाबों की देखरेख के लिए ग्राम समिति का भी गठन किया जाएगा। एक तालाब की दशा में सुधार के लिए 25 लाख तक की राशि खर्च की जाएगी।
जिला प्रशासन जल संरक्षण के लिए जल, जीवन व हरियाली अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहत सरकारी तालाबों को चिह्नित कर उन्हें अतिक्रमण से मुक्त कराने की कार्रवाई की जा रही है। तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के बाद इससे विकसित करने की दिशा में भी प्रशासनिक स्तर पर पहल की गई है। इस पहल के तहत एक एकड़ तक के पूरे जिले में 2300 से अधिक तालाबों का चयन किया गया है। इन चयनित तालाबों में से इस साल 213 तालाबों की मनरेगा के तहत की सफाई तथा खुदाई का कार्य अंतिम दौर में पहुंच गया है। मनरेगा के तहत इन तालाबों के घाट को पक्का बनवाया जाएगा। तालाबों में पानी भरने की भी व्यवस्था भी की जाएगी। पानी भरे जाने के लिए प्रत्येक तालाब के किनारे विद्युत चालित मोटर व पंप लगाए जाएंगे। इसके साथ ही तालाबों के किनारे पौधे भी लगाए जाएंगे तथा लोगों के बैठने के लिए बेंच बनाने के साथ ही तालाब के भिडा पर पौधे भी जगाए जाएंगे। इनसेट
ग्राम कमेटी करेगी तालाबों की देखभाल
गोपालगंज : जल-जीवन व हरियाली अभियान के तहत तालाबों की देखरेख के लिए ग्राम कमेटी का भी गठन किया जाएगा। इसके अध्यक्ष संबंधित पंचायत के मुखिया होंगे। यह समिति तालाब की देखरेख करने के साथ ही तालाबों के सुंदरीकरण के लिए तालाबों के आसपास छायादार पौधे के साथ ही फूलों के पौधे लगाएगी। ताकि लोग छायादार पेड़ों के नीचे फूलों की खुशबू के बीच कुछ पल सुकून से बिता सकें। ग्राम स्तर पर गठित की जाने कमेटी के जिम्मे ही तालाब की दशा की निगरानी का काम होगा।