Magadh University: पास कर जा‍इए लेकिन डिग्री के लिए चलना पड़ेगा कछुए की चाल, टूट नहीं सकती यहां की परंपरा

मगध यूनिवर्सिटी से समय पर डिग्री मिल जाए ऐसा संभव नहीं। छात्रों का कहना है कि लेटलतीफी यहां की परंपरा है तो परंपरा टूट कैसे सकती है। समय पर डिग्री नहीं मिलने से छात्रों को काफी परेशानी हो रही है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:45 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 06:16 AM (IST)
Magadh University: पास कर जा‍इए लेकिन डिग्री के लिए चलना पड़ेगा कछुए की चाल, टूट नहीं सकती यहां की परंपरा
मगध विवि में समय पर नहीं मिलती डिग्री। जागरण आर्काइव

बोधगया (गया), जागरण संवाददाता। मगध विश्‍वविद्यालय (Magadh University) से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में स्नातक, स्नातकोत्तर व अन्य पाठ्यक्रमों के छात्र व छात्राएं उत्तीर्ण होते रहते हैं। लेकिन उन्हें समय पर डिग्री नहीं मिल पाती है। यह स्थिति आज की नहीं है। यह एक तरह से विश्‍वविद्यालय की परंपरा सी बन गई है। छात्रों से  कॉलेज में डिग्री मुहैया कराने के नाम पर परीक्षा फार्म भरते समय ही शुल्क भी ले लिया जाता है। लेकिन बाद में उन्‍हें विवि मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है।

कुलपति ने किया था दावा, डिग्री प्राप्‍त करने में कोई असुविधा नहीं

कुछ माह पहले कुलपति (Vice Chancellor) प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने प्रेसवार्ता में दावा किया था कि छात्रों को डिग्री प्राप्त करने में कोई असुविधा नहीं हो रही। लेकिन कुलपति के इस दावे की पोल अनामिका कुमारी की डिग्री ने खोल दी। वह डीएन कॉलेज मसौढ़ी से स्नातक उत्तीर्ण हुई थीं। दारोगा बहाली में अनामिका को सफलता मिली थी। उसे सात अप्रैल को सर्टिफिकेट जमा करना था। उसने डिग्री प्राप्त करने के लिए आफलाइन आवेदन विवि मुख्यालय में जमा किया। हालांकि उसे डिग्री के लिए कोई राशि जमा नहीं करनी पड़ी। लेकिन उसकी डिग्री विवि के बनाए नियम के तहत लगभग दो माह तक फंसी रही और अंतत: उसे समय पर डिग्री नहीं मिली। अनामिका जैसे ना जाने कितने छात्र-छात्राएं होंगे, जो किसी ने किसी प्रतियोगी परीक्षा को लेकर डिग्री प्राप्त करना चाहते होंगे और उन्हें भी विवि का चक्कर लगाने के बाद मायूसी हाथ लगती होगी।

एक दिवसीय व्याख्यान में महिलाओं में होने वाली बीमारियों पर चर्चा

मगध विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर गृह विज्ञान विभाग में बुधवार को कैंसर फ्री इंडियन वूमेन विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें पटना की डॉ. नीलम कहा कि प्रत्येक महिलाओं को अपने शारीरिक स्वास्थ्य, उत्तम पोषण, पैप स्मीयर जांच एवं माहवारी में साफ-सफाई के प्रति जागरूक रहना अनिवार्य है। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित इस व्याख्यान में डॉ. नीलम ने छात्राओं को स्तन कैंसर, घरेलू जांच, पोषण, महावारी में स्वच्छता का ध्यान, सर्वाइकल कैंसर एवं सेल्फ डिफेंस के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि इस बार विश्व स्वास्थ्य दिवस का विषय बिलिडंग ए फेयर हेल्थी वर्ल्‍र्ड है, हमें उस पर बल देना होगा। क्योंकि आज की किशोरियां ही कल की भावी माताएं हैं। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ किशोर कुमार, सहायक प्राध्यापक ,डॉ रीता ङ्क्षसह ,डॉक्टर दीपशिखा पांडे एवं डॉ सुषमा कुमारी के निर्देशन में संपन्न हुआ।

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