धान काटने के लिए नहीं मिल रहे मजदूर, बीत रहा रबी फसल की बोआई का उत्‍तम समय

नवादा जिले में अब तक महज 20 फीसद धान की फसल ही काटी जा सकी है। इस कारण किसान हताशा की स्थिति में हैं। एक ओर खेत में खड़ी फसल खराब होने की आशंका है तो दूसरी ओर रबी फसल बोने में विलंब हो रहा है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 11:11 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 11:11 AM (IST)
धान काटने के लिए नहीं मिल रहे मजदूर, बीत रहा रबी फसल की बोआई का उत्‍तम समय
खेतों में लगी है धान की फसल, किसान मायूस।

जेएनएन, नवादा। धान की फसल पककर तैयार है। यूं कहें कि कबसे तैयार है। लेकिन मजदूरों की कमी के कारण इसकी कटनी नहीं हो पा रही है। इससे किसान परेशान हैं। एक तो धान की फसल खराब होने की आशंका है तो दूसरी ओर विलंब के  कारण रबी की खेती भी प्रभावित हो जाएगी।

रोजी -रोजगार को लेकर दूसरे राज्यों में मजदूर पलायन कर गए हैं। इस कारण इनकी काफी कमी हाे गई है। बगोदर गांव के कृषक कारू सिंह , बिपिन कुमार, बेलदरिया के ब्यास यादव सहित दर्जन भर किसानों ने बताया कि रबी फसल की बोआई का एक तरह से गोल्डन समय बीतता जा रहा है। अभी प्रखंड में 20 फीसद भी धान की कटनी नहीं हुई है। किसानों ने बताया कि प्रखंड में जो दो -चार हार्वेस्टर मशीन है, उसके मालिक के यहां किसानों की लंबी कतार लगी रहती है। किसान धान कटाई की राशि का अग्रिम भुगतान करने के बाद भी हार्वेस्टर मालिक की चिरौरी करने को मजबूर हैं।

वैसे हार्वेस्टर संचालक की अपनी परेशानी भी है। वे जिस गांव में धान की कटाई करने पहुंचते हैं, वहां के किसान धान की कटाई करवाने के बाद ही हार्वेस्टर मशीन को जाने देते हैं। उक्त किसानों ने कहा कि धान की कटाई नहीं होने से जमीन की नमी समाप्त हो रही है। धान की कटनी होने पर खेतों की सिंचाई के बाद ही रबी फसल की बोआई संभव होगी। जबतक खेत रबी फसल की बोबाई के लिए तैयार होंगे, काफी समय बीत जाएगा। समय बीत जाने के बाद लगे रबी फसल के उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। मजदूरों का पलायन धान की कटाई के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है। उक्त किसानों ने कहा कि जबतक सरकार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध नहीं करवाती है, यह समस्या बनी रहेगी। इससे आम किसान प्रभावित होते रहेंगे। इसका  निदान खोजना होगा।

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