कैमूर में महिलाएं अब बनेंगी आत्म निर्भर

कैमूर की वैसी महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की पहल शुरू की गई है जिनके पास भूमि नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 07:02 AM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 07:02 AM (IST)
कैमूर में महिलाएं अब बनेंगी आत्म निर्भर
कैमूर में महिलाएं अब बनेंगी आत्म निर्भर

गया। कैमूर की वैसी महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की पहल शुरू की गई है जिनके पास भूमि नहीं है। इस पहल के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को 25-25 हजार रुपये प्रति समूह की दर से राशि उपलब्ध कराई गई है। यह राशि बिना किसी ब्याज के साथ 18 माह में वापस करने की समय सीमा निर्धारित की गई है।

इस संबंध में परियोजना पदाधिकारी भूमि संरक्षण विभाग संतोष कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री सिचाई योजना के अंतर्गत भूमि संरक्षण विभाग जिले की वैसी महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए पहल शुरू कई गई। जिनके पास भूमि नहीं है। ऐसी महिलाओं को समूह बनाकर उन्हें विभिन्न प्रकार के व्यवसाय करने के अलावा सब्जी खेती, मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन व दुकानों के संचालन के लिए राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है। कैमूर जिले में भूमि संरक्षण विभाग व जीविका के माध्यम से संचालित 395 स्वयं सहायता समूह को राशि उपलब्ध कराई गई है। इस योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक पहाड़ी क्षेत्र की भूमिहीन महिलाओं को लाभ दिया गया है। ताकि वह विभिन्न प्रकार के व्यवसाय कर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सके। उन्होंने बताया कि रामपुर प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत भितरीबांध, बड़कागांव खरेंदा, भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रामगढ़, सरैया, अधौरा पहाड़ी प्रखंड क्षेत्र के सड़की, सारोदाग, बभनीकला, डुमरांवा क्षेत्र की महिलाएं शामिल है। इन सभी सहायता प्राप्त महिलाओं के खाते में राशि पीएफएमएस के माध्यम से हस्तांतरित की गई है। ली गई राशि को निर्धारित 18 माह के अंदर वापस करना है। जिन महिला समूहों को राशि उपलब्ध कराई गई है उसमें मनीष आजीविका सहायता समूह, बंधन जीविका सहायता समूह, राम जीविका सहायता समूह, रहीम जीविका सहायता समूह, सरस्वती जीविका सहायता समूह, देवी जी सहायता समूह, चांद जीविका सहायता समूह, राधा जीविका सहायता समूह, जागृति जीविका सहायता समूह, खुशबू जीविका सहायता समूह, अनीता सहायता समूह सहित 395 समूह शामिल हैं।

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