सासाराम में पति की दीर्घायु के लिए सोमवारी अमस्या पर पीपल वृक्ष की महिलाओं ने की पूजा

Somvari Amasya worshipअनुमंडल क्षेत्र के नगर और गांव में सोमवार को सोमवारी अमावस्या पर महिलाओं के द्वारा व्रत और उपवास रखा गया है। सोन नदी में स्नान के बाद महिलाओं के द्वारा पीपल वृक्ष की पूजा की गई।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 10:38 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:38 AM (IST)
सासाराम में पति की दीर्घायु के लिए सोमवारी अमस्या पर पीपल वृक्ष की महिलाओं ने की पूजा
सासाराम में सोमवारी अमावस्या पर पूजा करतीं महिलाएं।

संवाद सहयोगी डेहरी आन सोन (रोहतास)। अनुमंडल क्षेत्र के नगर और गांव में सोमवार को सोमवारी अमावस्या पर महिलाओं के द्वारा व्रत और उपवास रखा गया है। सोन नदी में स्नान के बाद महिलाओं के द्वारा पीपल वृक्ष की पूजा की गई। पीपल वृक्ष की पूजा और फेरी के दौरान जल अर्पण भी किया जा रहा है। पति की दीर्घायु की कामना को लेकर इस व्रत को महिलाओं के द्वारा किया गया। यहां एनीकट में  बड़ी संख्या में महिलाओं ने पीपल वृक्ष की पूजा की।

शुभ फल प्राप्ति के लिए माना जाता अहम

इस अवसर पर पंडित सत्यनारायण मिश्र ने बताया कि सोमवारी अमावस्या को चंद्रमा से शुभ फल प्राप्ति के तौर पर माना जाता है और पति की दीर्घायु के लिए महिलाओं के द्वारा इस व्रत के अवसर पर उपवास किया जाता है और पीपल वृक्ष की पूजा की जाती है। पीपल वृक्ष की पूजा में कलावा से पीपल वृक्ष की फेरी महिलाएं करती हैं और धागा चारों तरफ पीपल वृक्ष में लपेटा जाता है। वहां पूजा-अर्चना भी होती है। पीपल में जल अर्पित किया जाता है। उन्होंने बताया कि सोमवार को चंद्रमा का दिन माना जाता है। इस दिन अमावस्या होने पर अमृतांश प्राप्ति का शुभ फल मिलने की बात शास्त्रों में कही गई है। इसी को लेकर महिलाओं के द्वारा पति की दीर्घायु की कामना करते हुए व्रत उपवास रखा जाता है। राजपूतान मुहल्ला की निवासी उर्मिला देवी निवासी ने बताया कि सोमवारी अमावस्या काफी शुभ फलदाई है और महिलाओं के द्वारा इस दिन पूजा-अर्चना की जाती है।

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