Kaimur : प्रशिक्षण लेकर डिटर्जेंट पावडर व फिनाइल बनाने में महिलाएं हुईं दक्ष, अब स्‍वरोजगार से बनेंगी आत्‍मनिर्भर

नाबार्ड की ओ से संचालित दस दिवसीय जीविका दीदी प्रशिक्षण शिविर का समापन हो गया है। प्रशिक्षण में महिलाओं को वाशिंग पाउडर और फिनाइल बनाने की विधि बताई गई। अब महिलाएं इससे स्‍वरोजगार शुरू कर आत्‍मनिर्भर हो सकेंगी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 08:11 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 08:11 AM (IST)
Kaimur : प्रशिक्षण लेकर डिटर्जेंट पावडर व फिनाइल बनाने में महिलाएं हुईं दक्ष, अब स्‍वरोजगार से बनेंगी आत्‍मनिर्भर
श्‍ािविर में प्रशिक्षण प्राप्‍त करने वाली महिलाएं। जागरण

संवाद सूत्र, नुआंव (गया)। नाबार्ड की ओर से चल रहे दस दिवसीय गैर आवासीय कौशल प्रशिक्षण का समापन हो गया। श्रीकृष्णा युवा जागृति मंडल मोहनिया की ओर से उत्क्रमित मध्य विद्यालय छाता बाराढ़ी में जीविका दीदियों को फिनाइल (Phenyl) और डिटर्जेंट पाउडर (Detergent Powder) बनाने का गुर सिखाया गया। अब वे सभी इस कार्य में दक्ष हो गई हैं।

महिलाओं का आत्‍मनिर्भर होना जरूरी

मालूम हो कि प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला के अग्रणी बैंक प्रबंधक (LDM) अंजनी प्रसाद व दीपक कुमार भगत ने संयुक्त रूप से किया था। प्रशिक्षण के माध्यम से ट्रेनर सुदामा प्रसाद, सतीश चंद्र राय व जायप्रकाश गुप्ता ने  जीविका दीदियों को वाशिंग पाउडर और फिनाइल बनाने का तरीका सिखाया। समापन के अवसर पर बतौर अतिथि संस्था के सचिव मनोज यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। ताकि महिला स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़े और अन्य महिलाओं को इस उद्योग के प्रति आकर्षित करें। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बीच वाशिंग पाउडर के उपयोग को बढ़ावा मिले।  प्रशिक्षण में लेखपाल जयप्रकाश गुप्ता, सीएम सुनैना गुप्ता व किरण देवी अध्यक्ष सरस्वती देवी सचिव कुसुमलता उपाध्याय कोषाध्यक्ष झुमबाला देवी, चन्द्रकला देवी राधिका देवी पूनम देवी कल्पतिया देवी मनीषा उपाध्याय उषा देवी सहित अन्य महिलाएं मौजूद थीं।

महिलाओं को दिया जा रहा कई तरह का प्रशिक्षण

बता दें कि जिले की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है‌। इसमें जीविका, नवार्ड, भूमि संरक्षण विभाग आदि के द्वारा न सिर्फ महिलाओं को कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है बल्कि उन्हें रोजगार के लिए राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है। महिलाएं प्रशिक्षण पाकर रोजगार कर रही हैं। इसी क्रम में अब महिलाओं को फिनाइल और डिटर्जेट पाउडर बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह कार्यक्रम जिले के हर प्रखंड में चलाया जाएगा। ताकि अब महिलाएं उक्त दोनों सामग्री बना कर रोजगार करें और आर्थिक रूप से मजबूत बने।

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