ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाएं भी पीछे नहीं, भभुआ में जुर्माना के डर से लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या बढ़ी

बिना हेलमेट बगैर लाइसेंस के चलने वालों में हड़कंप मच गया है। भभुआ नगर में ही यातायात पुलिस व थाना पुलिस अभियान चलाकर वाहनों की जांच कर जुर्माना राशि वसूल रही है। अब महिलाएं भी लाइसेंस बनवाने के लिए परिवहन कार्यालय में पहुंच रही है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 09:38 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 09:38 AM (IST)
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में महिलाएं भी पीछे नहीं, भभुआ में जुर्माना के डर से लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या बढ़ी
ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने पर परिवहन विभाग के साथ-साथ पुलिस वसूल रही जुर्माना, सांकेतिक तस्‍वीर।

भभुआ, संवाद सहयोगी। जिले की सड़कों पर वाहन जांच अभियान तेज हुआ तो लाइसेंस बनवाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी। कैमूर जिले के विभिन्न जगहों पर परिवहन विभाग के साथ-साथ थाना की पुलिस भी सड़कों पर निकल कर वाहन जांच अभियान चला रही है। इसमें बिना हेलमेट, बगैर लाइसेंस के चलने वालों में हड़कंप मच गया है। भभुआ नगर में ही यातायात पुलिस व थाना पुलिस अलग अलग समय पर वाहनों की जांच कर जुर्माना राशि वसूलती है। पुलिस के लगातार जांच में बाइक पर हेलमेट पहनकर चलने वालों की तादात बढ़ी है।  नियमों को ध्यान में रखते हुए लाइसेंस बनवाने वाले काफी संख्या में पहुंच रहे है। इसके अलावा प्रदूषण जांच भी लगातार हो रहा है। इससे प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र भी बन रहा है। नियमों के उल्लंघन के मामले में जुर्माना भी वसूला जाता है। अक्सर जांच अभियान बाइक की जांच की जाती है।

परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक 19591 लर्निंग लाइसेंस पुरुषों ने, 308 महिलाओं ने तथा एक ट्रांसजेंडर ने बनवाया है। वहीं जुलाई 2019 से जुलाई 2021 तक ड्राइविंग लाइसेंस 26031 पुरुषों ने, 338 महिलाओं ने तथा पांच ट्रांसजेंडर ने बनवाया है। इस तरह ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले 26374, तथा लर्निंग लाइसेंस बनवाने वाले 20260 है। परिवहन विभाग की माने तो अभी भी लाइसेंस बनाने का काम तेजी से चल रहा है।

 महिलाएं भी वाहन चलाने में आजमा रहीं हाथ

परिवहन विभाग के आंकड़ों की मानें तो हाल के कुछ सालों में महिलाओं के नाम से खूब गाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसमें सबसे अधिक वाहनों में बाइक व स्कूटी है। चार पहिया वाहन का कम रजिस्ट्रेशन हुआ है। कुछ सालों से महिलाओं का भी लाइसेंस अधिक बना है। अब महिलाएं भी लाइसेंस बनवाने के लिए परिवहन कार्यालय में पहुंच रही है।

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