Rohtas Crime: दमन और दीव पुलिस के सहयोग से रोहतास में नालंदा के तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार, जानिए क्या था जुर्म

मंगलवार को टोल प्लाजा के पास से तीन साइबर अपराधियों को एक स्कार्पियो के साथ गिरफ्तार किया है। केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव पुलिस के सहयोग से अपराधी पकड़े गए हैं। रुपये ठगने के आरोप में तीनों पर दमन दीव में मामले दर्ज हैं।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 04:29 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 04:29 PM (IST)
Rohtas Crime: दमन और दीव पुलिस के सहयोग से रोहतास में नालंदा के तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार, जानिए क्या था जुर्म
रोहतास में नालंदा के तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार

संवाद सूत्र, शिवसागर (रोहतास) : स्थानीय थाना व केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव की पुलिस ने मंगलवार को टोल प्लाजा के पास से तीन साइबर अपराधियों को एक स्कार्पियो के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार सभी अपराधी नालंदा जिला के रहने वाले हैं। गिरफ्तार अपराधियों को दमन दीव पुलिस अपने साथ ले गई। थानाध्यक्ष गिरीश कुमार ने बताया कि रुपये ठगने के आरोप में दमन और दीव में इन अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज है। वहां की पुलिस इनका मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही थी।

इसी बीच अपराधी नालंदा से उत्तर प्रदेश के विंध्याचल में दर्शन के लिए गए थे। विंध्याचल से ही दमन दीव की पुलिस इन लोगों के पीछे लग गई। जैसे ही इन अपराधियों ने कैमूर जिला के मोहनिया पार किया तो दमन दीव की पुलिस शिवसागर थाना से संपर्क की। 

तीनों अपराधियों को शिवसगार पुलिस ने दमन दीव पुलिस को सौंपा

शिवसागर थानाध्यक्ष अलर्ट होकर टोल प्लाजा पर वाहनों की जांच करने लगे। इसी बीच स्कार्पियो पर सवार तीन अपराधी टोल प्लाजा पहुंचे, जिन्हें शिवसागर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधी नालंदा जिला के कतरीसराय थाना के ग्राम मनियर गांव निवासी मणिकांत कुमार, मायापुर के अजय कुमार व जितेन्द्र कुमार शामिल हैं । तीनों अपराधियों को शिवसगार पुलिस ने दमन दीव पुलिस को सौंप दिया। बता दें कि रुपये ठगने के आरोप में दमन और दीव में इन अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज है। वहां की पुलिस इनका मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही थी।

साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को जागरूक करते रहती है सरकार

बता दें कि अधिकतर काम ऑनलाइन होने की वजह से आजकल साइबर क्रिमिनल बहुत ही ज्यादा एक्टिव हो गए हैं । रोज कहीं ना कहीं साइबर क्राइम की घटना होते रहती है और इसकी शिकायत दर्ज होते रहती है। कभी मोबाइल पर आए मैसेज के लिंक को क्लिक करने की वजह से तो कभी नंबर से आए कॉल की वजह से । हालांकि सरकार सही तरीके से साइबर क्राइम से बचने के लिए लोगों को जागरूक करते रहती है लेकिन फिर भी यह साइबर क्रिमिनल इतने चालबाज होते हैं कि कोई ना कोई इनके झांसे में आ ही जाता है।

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