Lockdown in Gaya: इन दुकानदारों को कौन समझाए, अब तो नहीं करें इस तरह की लापरवाही

लॉकडाउन फिर बढ़ा दिया गया है। लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। लेकिन गया के कुछ दुकानदार मानने को तैयार नहीं हैं। वहीं कुछ ग्राहक भी लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे में संक्रमण की थम रही रफ्तार फिर तेज हो सकती है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 01:26 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 01:26 PM (IST)
Lockdown in Gaya: इन दुकानदारों को कौन समझाए, अब तो नहीं करें इस तरह की लापरवाही
फतेहपुर बाजार में उड़ रही लॉकडाउन की धज्जियां। जागरण

फतेहपुर (गया), संवाद सूत्र।  गया जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कुछ थमी है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लापरवाही से बाज नहीं आ रहे। खासकर फतेहपुर प्रखंड के कुुछ  दुकानदार अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। प्रखंड में कुछ दिन पहले तक संक्रमण दर 15 फीसद रहने के बाद जिला प्रशासन ने सख्त नियम बनाया। जिससे हालत पर काबू पा जा सके। लाॅकडाउन के दौरान सिर्फ आवश्यक सामग्री की दुकानें खोलने की इजाजत दी गई। लेकिन कई बाजारों में सरकार और प्रशासन का आदेश कागजी ही रह गया है। 

खुल रहींं हर तरह की दुकानें  

शादी विवाह एवं ईद पर्व के  मौसम रहने के कारण दुकानदार लालच पर संयम नहीं रख सके। इस दौरान नियम की धज्जियां उड़ाते हुए सभी तरह की दुकानें खोली गयी। सुबह पांच बजे से ही दुकानें फतेहपुर में खुल जाती हैं। दुकानदारों में स्थानीय पुलिस से ज्यादा सीओ विजय कुमार का खौफ है। जैसे ही उनका वाहन बाजार पहुंचता है फटाफट लोग दुकानें बंद कराने लग जाते हैं। उनके जाते ही पुनः दुकान खुल जाती है।  

प्रखंड में 31 दुकानें हुई सील, समय अवधि पूर्ण होने पर कई दुकानें हुई सील मुक्त

सीओ विजय कुमार के नेतृत्व में प्रशासन ने प्रखंड क्षेत्र के डुमरीचट्टी, गोपी मोड़, पहाड़पुर एवं फतेहपुर मुख्य बाजार में व्यापक कार्रवाई की। इस दौरान 15 दिनों में 31 दुकानों को सील कर दिया गया।  किसी दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया। लेकिन जिले में सबसे ज्यादा दुकानें सील  होने के बाद भी  दुकानदारों में खौफ नहीं दिख रहा है। बर्तन, कपड़ा, जेवर सहित अन्य प्रतिबंध दुकानें प्रतिदिन खुल रही है। दुकान के अंदर ग्राहकों की भीड़ रहती है। प्रशासन के आंख में धूल झोंकने के लिए बाहर से ताला लगा दिया जाता है।  उसके बाद खरीदारी पूरी हो जाने के बाद ताला खोल कर उन्हें निकाला जाता है।

दुकानदारों ने दुकान खोलने की दी अपनी दलील

दुकानदारों का कहना है कि लग्न एवं पर्व को देखते हुए काफी मात्रा में माल इकट्ठा किया गया था अगर नहीं बेचेंगे तो उनके सामने आर्थिक संकट हो जाएगा। बैंक लोन एवं महाजन का तकादा है। मजबूरी में चोरी छिपे दुकानें खोलनी पड़ रही है। गौरतलब हो कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका फतेहपुर बाजार रहा है। इस दौरान फतेहपुर पंचायत में 40 से अधिक मामले सामने आए। प्रखंड में आधिकारीक आंकड़ों के अनुसार फतेहपुर में महुरटोला में एक महिला एवं एक कपड़ा व्यवसाई की मौत हुई। वहीं  प्रखंड में चार की मौतें हुई। गैर आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार प्रखंड में सर्दी,खांसी,बदन दर्द एवं सांस लेने की शिकायत के बाद तीन दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मौतें डुमरीचट्टी पंचायत में हुई।

थाना से दो सौ मीटर की दूरी फिर भी नहीं कम रही भीड़।

फतेहपुर प्रखंड का सबसे बड़ा बाजार झंडा चौक से महावीर मंदिर तक है। बैंक शाखा सहित बड़ी-बड़ी दुकानें हैं। इनकी दूरी फतेहपुर थाना परिसर से महज दो सौ मीटर होगी लेकिन पुलिस थोड़ी सुस्त दिख रही है।जिसका फायदा लोग उठा रहे हैं। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पुलिस के पास एक ही वाहन रहने के कारण समस्या आ रही है। वहीं सीओ ने बताया कि नियम का पालन नहीं करने वाले प्रखंड के 31  दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें सबसे अधिक कपड़े की दुकानें शामिल हैं। वहीं समय अवधि पूर्ण हो जाने के बाद कई दुकानों को सील मुक्त कर दिया गया है। सीओ ने बताया कि लाकडाउन की अवधि विस्तार के बाद  नियम को और सख्त कर दिया गया है। पहले सील होने वाले दुकान 7 दिन के बाद सील मुक्त कर दिया जाता था।अब ऐसा नहीं होगा सील होने वाले सभी दुकानें पूर्ण लाकडाउन तक सील बंद रहेगी।

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