कहां लापता हो गए दोनों; जमीन निगल गई या आसमान खा गया, क्या हुआ सासाराम की इस बरात में जानिए
तीन दिन पूर्व बरात में शामिल होने के लिए निजी वाहन से भोजपुर जिले के पीरो गए प्रखंड के तोरना गांव निवासी दो युवक अबतक वापस नहीं लौटे हैं। संपर्क साधने के लिए स्वजनों द्वारा फोन करने पर उनका मोबाइल बंद बता रहा है।
संवाद सूत्र, शिवसागर (सासाराम)। तीन दिन पूर्व बरात में शामिल होने के लिए निजी वाहन से भोजपुर जिले के पीरो गए प्रखंड के तोरना गांव निवासी दो युवक अबतक वापस नहीं लौटे हैं। संपर्क साधने के लिए स्वजनों द्वारा फोन करने पर उनका मोबाइल बंद बता रहा है। ऐसे में स्वजन किसी अनहोनी की आशंका से परेशान हैं।
तोरना गांव निवासी बटल सेठ ने बताया कि उनका पुत्र दीपक कुमार व उसका दोस्त रविंद्र कुमार गुरुवार को निजी स्कॉर्पियो से एक बरात में शामिल होने पीरो गए थे। दो दिन बाद भी जब घर नहीं लौटे तो उनके मोबाइल पर संपर्क साधा, लेकिन उनका मोबाइल स्विच आफ होने से उनकी चिंता बढऩे लगी। काफी खोजबीन के बाद भी दोनों का कुछ पता नहीं चला, तब इस संबंध में पीरो थाना में लिखित आवेदन देकर अपने पुत्र की खोजबीन की गुहार लगाई है।
दीपक के पिता ने बताया कि उनके पुत्र व उसका दोस्त रविन्द्र स्कॉर्पियो संख्या (जेएच09के-0399) से पीरो के फजलगंज निवासी स्वर्गीय छठू साह के पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता के घर बरात में शामिल होने गए थे। दो दिन बाद भी दोनों घर नहीं लौटे तो शनिवार को पीरो थाना में आवेदन देकर खोजबीन करने के लिए पुलिस से आग्रह किया है। बरात में शामिल लोगों के अनुसार दोनों युवक कुछ देर बाद हसन बाजार जाने के लिए कहकर निकले थे। स्वजनों द्वारा वहां भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई पता नहीं चला।
मालूम हो कि एक साल पहले पटना के नौबतपुर से दो व्यवसायी बंधु रहस्यमय परिस्थिति में लापता हाे गए थे, जिनका अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के लिए तरह-तरह की बातें कह रही है, मगर हकीकत यह है कि छानबीन के दौरान एक कड़ी में ऐसी नहीं मिली, जिससे व्यवसायी बंधुओं तक पहुंचा जा सके। इसी तरह कई और जिलों में भी लोगों के लापता होने की फाइलें धूल फांक रही हैं।