बासनपुर गांव में नल जल योजना से पानी की आपूर्ति नियमित नहीं, गुणवत्‍ता पर भी उठने लगे सवाल

बासनपुर गांव के लोगों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर इतने रुपए खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को कब तक स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 01:49 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:49 PM (IST)
बासनपुर गांव में नल जल योजना से पानी की आपूर्ति नियमित नहीं, गुणवत्‍ता पर भी उठने लगे सवाल
बसानपुर गांव में बनी नल जल योजना के तहत पानी की टंकी। जागरण।

संवाद सूत्र, नुआंव (भभुआ)। प्रखंड के बासनपुर गांव के लोगों को स्वच्छ पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर इतने रुपए खर्च होने के बाद भी ग्रामीणों को कब तक स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध हो सकेगा।

कभी किसी कारण से तो कभी किसी अन्य कारण से पानी की आपूर्ति बाधित होती है। प्रारंभ से ही इस गांव में संचालित इस योजना पर सवाल उठते रहे हैं। वर्तमान समय में इस गांव में इस योजना से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। जिससे ग्रामीणों से बरसात के दिनों में जलजनित संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

दरअसल, नुआंव पंचायत के वार्ड नंबर 16 में स्थित बासनपुर गांव में नल जल का कार्य पीएचइडी द्वारा कराया गया है। कहने को तो यह योजना पूर्ण हो चुकी है, लेकिन स्वच्छ जल की आपूर्ति शायद ही किसी दिन हुई हो। योजना के कार्य की समाप्ति के बाद सबसे पहला सवाल तब उठा था जब इसकी टंकी से पानी का रिसाव होना शुरू हुआ। इस वजह से करीब बीस दिनों तक पानी की आपूर्ति बंद रही। ग्रामीणों ने स्थानीय पदाधिकारियों के यहां गुहार लगाई, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।

तब ग्रामीणों ने कार्यपालक अभियंता के यहां शिकायत की। कार्यपालक अभियंता के पत्र और अर्थदंड लगाने संबंधी आदेश के बाद 24 घंटे के अंदर पानी की टंकी को ठीक किया गया। इसके बाद पुनः इसके गुणवत्ता पर सवाल तब उठा जब पिछले दिनों आंधी आई और उस समय टंकी आंधी में गिर गई। इसके बाद अभी कुछ दिनों पहले सबमर्सिबल जल गया, जिसकी वजह से पानी की आपूर्ति बाधित रही।

ग्रामीणों के काफी प्रयास के बाद और पदाधिकारियों के संज्ञान में बार बार मामला लाने पर सबमर्सिबल की मशीन को ठीक किया गया तो अब इसमें से गंदा पानी निकल रहा है। ग्रामीणों द्वारा इसकी भी लगातार सक्षम पदाधिकारियों के पास शिकायत की जा रही है तो जवाब मिलता है कि कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा। इस संबंध में वार्ड सदस्य संजीव कुमार सिंह कहते हैं कि जब से यह योजना पूर्ण हुई है तब से कभी भी दो तीन महीने लगातार सुचारू रूप से पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है।

कभी टंकी में रिसाव तो कभी टंकी का ध्वस्त होना तो कभी रिचार्ज के अभाव में स्वच्छ पानी की आपूर्ति बाधित रहती है । एक बार तो कई दिनों तक रिचार्ज के अभाव में पानी की आपूर्ति बाधित रही। इसकी जानकारी स्थानीय विधायक सुधाकर सिंह को दी गई। उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया तब जाकर पानी की आपूर्ति प्रारंभ हुई। अब फिर गंदे पानी की समस्या खड़ी हो गई है। अधिकारियों से बार बार कहने के बाद भी समस्या के समाधान में उचित करवाई नहीं हो रही है।

ज्ञात हो कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ पीने के पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक वार्ड में नल जल योजना प्रारंभ की गई थी। यह योजना सरकार के महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना का एक प्रमुख घटक है, लेकिन इस योजना की गुणवत्ता पर आए दिन प्रायः सवाल उठते रहते हैं।

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