वार्ड सदस्य व प्रखंड के कर्मियों ने मिलीभगत कर मतदाता सूची में की गड़बड़ी, ग्रामीणों ने लगाया आरोप
कैमूर जिले की 17 पंचायतों के लिए मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। दावा-आपत्ति का सिलसिला शुरू किया गया है। इधर मतदाताओं ने सूची में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। वार्ड सदस्य और कार्यालय कर्मी पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
संवाद सूत्र, चैनपुर (कैमूर)। प्रखंड क्षेत्र की 17 पंचायतों में होने वाले पंचायत चुनाव को देखते हुए वार्ड वार मतदाता सूची विखंडन के बाद मतदाता सूची (Voter List) का प्रकाशन किया गया। इस सूची को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इसमें काफी गड़बड़ी की गई है। उन लोगों ने प्रखंड कर्मियों और वार्ड सदस्यों पर मिलीभगत कर यह खेल करने का आरोप लगाया है। सूची पर आपत्ति लेने के लिए बीडीओ राजेश कुमार ने सभी पंचायतों में पंचायत सेवक के साथ कार्यपालक सहायक, स्थानीय ग्राम कचहरी सचिव को प्रतिनियुक्त किया है।
सूची में सौ से दो सौ बाहरी लोगों का नाम
ग्रामीणों का कहना है कि वार्ड सदस्य एवं प्रखंड के कर्मियों की मिलीभगत से वैसे मतदाताओं का नाम जोड़ दिया गया है जो संबंधित वार्ड के हैं ही नहीं। वोटर लिस्ट में एक दो लोगों का नाम आगे-पीछे रहता तो गलतियां मानी जा सकती थी। लेकिन यहां प्रत्येक वार्ड में सौ से दो सौ लोगों का नाम इस वार्ड से उस वार्ड में जोड़ दिया गया है। यह कार्य जानबूझ कर किया गया है। मतदाता सूची में जोड़े गए सभी वैसे लोग वार्ड सदस्य के समर्थक हैं जो आगामी चुनाव में उन्हें वोट करने वाले हैं।
जो बाहर रहते हैं वे कैसे करेंगे दावा-आपत्ति
ग्रामीणों का आरोप यह है कि दावा-आपत्ति करने का कार्य वही कर सकते हैं जो वर्तमान में पंचायत में मौजूद हैं। वैसे परिवार जो अपना जीवन यापन करने के लिए किसी दूसरे राज्य में मजदूरी करने के लिए गए हुए हैं उन लोगों का नाम संबंधित वार्ड में कैसे जोड़ा जाएगा और वे दावा कैसे करेंगे। यह सबसे बड़ी समस्या है। बुधवार को मदुरना के पंचायत सरकार भवन में काफी संख्या में ग्रमीण पहुंच गए। पंचायत सचिव को घेर इस समस्या के समाधान के लिए दबाव बनाया। इस संबंध में बीडीओ ने बताया कि दावा-आपत्ति लेने का कार्य सभी पंचायतों में किया जा रहा है। वैसी पंचायत के वार्ड जहां के मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम इस वार्ड से उस वार्ड में भारी संख्या में चले गए हैं वे सभी क्रमांक के साथ वहां दावा-आपत्ति कर सकते हैं।
पंचायती राज कार्यालय के डाटा ऑपरेटरों की गलती
उस क्रमांक के आधार पर वर्ष 2016 की मतदाता सूची से मिलान करके उन नामों को दोबारा फिर से उस वार्ड में जोड़ा जाएगा। दरअसल पूरी गलती जिला पंचायती राज कार्यालय के डाटा ऑपरेटरों ने की है। इस कारण से कई वार्डों के मतदाताओं के नाम दूसरे वार्ड में जारी मतदाता सूची में जुड़ा हुआ है। जिस वार्ड से भी क्रमांक संख्या के आधार पर मतदाताओं के नाम इस वार्ड से उस वार्ड में जोड़ने के लिए दावा आपत्ति प्राप्त होगा उन नामों को जोड़ने का कार्य पिछली मतदाता सूची से मिलाकर हर हाल में किया जाएगा। सभी पंचायतों के वार्ड के नागरिकों से यह अपील है कि अपने अपने क्षेत्र में मतदाता सूची में अगर विसंगति है तो उसे तत्काल दावा आपत्ति के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराएं। ताकि उनमें सुधार किया जा सके। निर्धारित समय अवधि में दावा आपत्ति प्राप्त ना होने की स्थिति में बाद में कोई सुनवाई नहीं होगी।