ग्रामीणों ने लिया निर्णय और शुरू कर दी तालाब की खुदाई, गया के इस गांव में अब छाएगी हरियाली

गया जिले के टनकुप्‍पा प्रखंड के काजीबीघा में चंदा कर ग्रामीण तालाब खोदवा रहे हैं। इस तालाब के पानी का इस्‍तेमाल दैनिक जीवन में होने के साथ सिंचाई एवं मछली पालन के लिए किया जाएगा। ग्रामीणों में इससे काफी उत्‍साह है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:39 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:39 AM (IST)
ग्रामीणों ने लिया निर्णय और शुरू कर दी तालाब की खुदाई, गया के इस गांव में अब छाएगी हरियाली
काजीबीघा गांव में हो रहा तालाब निर्माण। जागरण

टनकुप्पा (गया), संवाद सूत्र। मानव जब जोर लगाता है, पत्थर भी पानी बन जाता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया  गया जिले के टनकुप्पा प्रखंड के काजीबीघा गांव के ग्रामीण ने।  सभी ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए एक दूसरे के सहयोग से गांव में पेयजल संकट दूर करने के लिए तालाब निर्माण का संकल्प लिया। गांव के लोगों ने  सहयोग राशि देने का वादा किया। तालाब निर्माण का श्री गणेश भी कर दिया गया। तालाब निर्माण में अहम भूमिका गैर सरकारी संगठन करुणा शेचेन संस्था बोधगया की है। संस्था ने ग्रामीणों का हौसला बढ़ाते हुए तालाब निर्माण में आधा खर्च देने का आश्‍वासन दिया है।  

ग्रामीणों ने दो माह पूर्व की थी बैठक 

बता दें कि तालाब निर्माण के लिए दो माह पूर्व ग्रामीणों ने संस्था के सहयोग से बैठक कर कमेटी गठित की  थी। उसी समय सर्वसम्मति से तालाब निर्माण का प्रस्ताव लाया गया था। फिर क्या, एक दूसरे का सहयोग मिलता गया, कारवां बनता गया और अब तालाब बनना शुरू हो गया है। तालाब एक बीघा सरकारी जमीन पर बनाया जा रहा है। तालाब के लिए गांव के 66 घर के लोगों ने एक-एक हजार रुपये का चंदा दिया है। आगे भी जरूरत पड़ने पर ग्रामीण पुनः चंदा करेंगे। तालाब निर्माण के प्रति ग्रामीणों में उत्साह देखा रहा है।     

तालाब में किया जाएगा मछली पालन 

ग्रामीण सह कमेटी सदस्य शेर सिंह यादव, प्रियंका कुमारी, रामजीत प्रसाद, राकेश कुमार, बुधन यादव, लालजीत यादव, देवेंद्र दास, सहदेव सिंह, मुकेश सिंह ने बताया कि तालाब का निर्माण ग्रामीण एवं संस्था के सहयोग से किया जा रहा है। तालाब निर्माण होने से मछली पालन भी किया जाएगा। उक्त आमदनी से तलाव का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। करुणा शेचेन बोधगया संस्थान के ऋषिकांत भूषण, अरविन्द दास ने बताया कि तालाब निर्माण से गांव को बहुत सारी फायदा होने वाला है। गांव का वाटर लेवल बना रहेगा, खेतो की सिंचाई होगी, पशुधन को पीने के लिए पानी मिलेगा। गांव में हरित क्रांति का नजारा होगा। उपयुक्त कार्य का पूरा श्रेय संस्था के डायरेक्टर शमशुल अख्तर  को जाता है।

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