सचेत होकर ग्रामीणों ने दी कोरोना को मात, सामान्य हुई स्थिति

गया। बेलागंज प्रखंड के नेयामतपुर गांव कोरोना संक्रमितों को लेकर चर्चा में रहा था। लेकिन वहां के ग्रामीणों ने जागरूकता के साथ सचेत होकर इस महामारी को मात दिया और दैनिक दिनचर्या में जुट गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 12:38 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 12:38 AM (IST)
सचेत होकर ग्रामीणों ने दी कोरोना को मात, सामान्य हुई स्थिति
सचेत होकर ग्रामीणों ने दी कोरोना को मात, सामान्य हुई स्थिति

गया। बेलागंज प्रखंड के नेयामतपुर गांव कोरोना संक्रमितों को लेकर चर्चा में रहा था। लेकिन वहां के ग्रामीणों ने जागरूकता के साथ सचेत होकर इस महामारी को मात दिया और दैनिक दिनचर्या में जुट गए। एक समय 20 दिनों के अंदर यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 22 थी। एक ही परिवार के तीन एवं बगल के दो घरों से एक-एक कि मौत के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया था। पांच मौतों में सरकारी आकड़ों के अनुसार तीन लोगों को कोरोना संक्रमण से मौत बताया गया। लगभग एक हजार आबादी वाले इस गांव में एक के बाद एक दस दिनों के अंदर पांच लोगों की हुई। मौत से पूरे गांववासी सहम गये थे। लोग भय से अपने-अपने घरों में बंद रहे। प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों का पालन करते रहे। जिसका परिणाम हुआ कि कोरोना का चैन टूटा और आज यहां एक भी संक्रमित नहीं हैं। हालांकि मृत लोगों के बारे में स्वास्थ्य विभाग और ग्रामीणों की अलग-अलग राय है। ग्रामीण कहते है कि सभी की मौत कोरोना से हुयी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग का कहना कि उक्त गांव में कोरोना से केवल तीन लोगों की मौत हुयी है। बीडीओ कुंदन कुमार कहते है कि एक सप्ताह के अंदर उस गांव में पांच की मौत एवं 22 लोग पॉजिटिव होने की सूचना मिली तो इसे हमलोग एक चुनौती के रूप में लिया। तत्काल पूरे गांव को सैनिटाइज करते हुए बैरिकेटिग कराया गया। साथ ही लोगों को घरों में रहकर कोरोना को मात देने की अपील की गयी। जिसका लोगों ने अनुपालन किया। अब स्थिति सामान्य है। चिकित्सा प्रभारी डॉ मृतुंजय कुमार बताते है कि एक गांव में एक के बाद एक पांच लोगों की मौत के बाद उक्त गांव में दो दिनों तक विशेष जांच टीम भेजा गया। जिसके बाद जांच में कुल 22 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। जबकि पांच लोगों में दो की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई थी, तीन लोगों की मौत कोरोना से हुई थी। थानाध्यक्ष सूर्यवीर कुमार गुप्ता ने बताया कि उक्त गांव पर एक पखवाड़े तक लगातार नजर बनाए रखा ताकि कोई गांव से बाहर न निकले जिससे की अन्यत्र संक्रमण फैले।

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