कैमूर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रही विजयालक्ष्मी को मिली ममता की छांव, अपनों ने झाड़ी में फेंक दिया था

विजयालक्ष्मी चार-पांच माह पूर्व सोनहन थाना क्षेत्र में लावारिस अवस्था में झाडिय़ों में फेंकी मिली थी। सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन के लोगों द्वारा उसे संरक्षित कर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान को सौंप दिया गया। गाजियाबाद की वैशाली ने गोद लिया।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 09:29 AM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 09:29 AM (IST)
कैमूर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रही विजयालक्ष्मी को मिली ममता की छांव, अपनों ने झाड़ी में फेंक दिया था
बच्‍ची को मां वैशाली को सौंपते हुए। जागरण फोटो।

भभुआ,  जागरण संवाददाता। भभुआ के विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रही विजयालक्ष्मी को अंतत: मां की ममता की छांव मिल ही गई। मंगलवार की शाम गाजियाबाद की वैशाली सक्सेना को सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई पम्मी रानी ने सभी प्रक्रिया पूर्ण कर प्री एडॉप्शन के लिए सात माह की बच्ची विजयालक्ष्‍मी को सौंप दिया। प्री एडॉप्शन की समयावधि पूर्ण होने के बाद बच्ची को पूरी तरह से दत्तक पुत्री के रूप में सौंप दिया जाएगा।

32 बच्‍चों को गोद दिया गया

 इस संबंध में सहायक निदेशक पम्मी रानी ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रहे 32 बच्चों व बच्चियों को विभिन्न दंपतियों को प्री एडाप्शन व एडाप्शन की प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद दत्तक पुत्री व पुत्र के रूप में गोद दे दिया गया है। वहीं नौ बच्चे व बच्चियों की प्री एडाप्शन की प्रक्रिया अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि अभी विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में तीन बच्चे व तीन बच्चियों का पालन पोषण किया जा रहा है।

अपनों ने ठुकराया था

बता दें कि विजयालक्ष्मी चार-पांच माह पूर्व सोनहन थाना क्षेत्र में लावारिस अवस्था में झाडिय़ों में फेंकी मिली थी। सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन के लोगों द्वारा उसे संरक्षित कर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान को सौंप दिया गया। उस समय से उसका पालन पोषण विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में चल रहा था । उसे गोद देने के मौके पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी