कैमूर कलेक्ट्रेट में बने टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन खत्म, निराश होकर लौटे लोग, धीमी गति से चल रहा वैक्सीनेशन
केंद्र और राज्य सरकार की पोल खाेलती एक खबर कैमूर से आ रही है। सरकार एक ओर सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का दावा कर रही है वहीं हकीकत इसके विपरीत है। टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीन खत्म हो गई और लोग निराश होकर घर लौट रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भभुआ। केंद्र और राज्य सरकार की पोल खाेलती एक खबर कैमूर से आ रही है। सरकार एक ओर सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का दावा कर रही है, वहीं हकीकत इसके विपरीत है। टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीन खत्म हो गई और लोग निराश होकर घर लौट रहे हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सरकार अधिक से अधिक लोगों को टीका लगवाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकारी अस्पतालों के अलावा कई केंद्र बनाए गए हैं जहां लोगों को टीका लगाया जा रहा है। लेकिन जिले में टीकाकरण की गति काफी सुस्त चल रही है, क्योंकि जिले को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन नहीं मिल पा रही है। जबकि लोग पहले से अधिक जागरूक दिख रहे हैं।
केंद्रों पर ग्रामीण क्षेत्र के पुरुष ही नहीं काफी संख्या में महिलाएं भी पहुंच कर टीक ले रही हैं। लेकिन बुधवार को समाहरणालय परिसर में बने केंद्र पर टीका ही खत्म हो गया। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्र से आई कई महिलाएं बिना टीका लगवाए ही वापस हो गईं। उक्त महिला इस बात की बार-बार जानकारी स्वास्थ्य कर्मियों से पूछ रही थी कि उन्हें कब टीका मिलेगा। क्योंकि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से प्रतिदिन आना संभव नहीं है।
इस पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा केवल वैक्सीन आने की बात कही जा रही है, लेकिन वैक्सीन कब आएगी यह कोई बता नहीं रहा था। भभुआ प्रखंड के अमाढ़ी गांव की तेतरा देवी, धनवता देवी, कृष्णवता देवी, दुखन देवी, सरिता देवी सहित कई महिलाओं ने बताया कि टीका नहीं मिलने से हमलोगों को वापस लौटना पड़ रहा है।
बता दें कि बुधवार को समाहरणालय परिसर में बने केंद्र पर मात्र दो सौ लोगों को टीका लगाया गया, जबकि टीका लगवाने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी। जबकि एक सप्ताह पूर्व से सोमवार तक जिले के एक-दो केंद्रों को छोड़ किसी केंद्र पर टीका नहीं लग रहा था। मंगलवार को प्रखंडों में भी केंद्रों पर टीका लगाया गया। जहां टीका लगवाने के लिए शारीरिक दूरी का अनुपालन नहीं हुआ।