नवादा में आशा कार्यकर्ता की मौत पर अस्पताल में हंगामा व तोड़फोड़, स्‍वजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

नवादा सदर अस्‍पताल में इलाज के दौरान शनिवार को एक महिला की मौत हो गई। इलाज में लापरवाही का आरोप लगा स्‍वजनों ने अस्‍पताल में जमकर हंगामा किया। पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद स्‍वजन शव लेकर चले गए।

By Bihar News NetworkEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 10:47 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 10:47 PM (IST)
नवादा में आशा कार्यकर्ता की मौत पर अस्पताल में हंगामा व तोड़फोड़, स्‍वजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
नवादा में आशा कार्यकर्ता की मौत पर अस्पताल में हंगामा व तोड़फोड़।

जेएनएन, नवादा\गया : सदर अस्‍पताल में इलाज के दौरान शनिवार को एक आशा की मौत हो गई। इससे गुस्‍साए स्वजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा  किया। इमरजेंसी वार्ड में रखे सामान को इधर-उधर फेंक दिया। इससे वहां अफरातफरी की स्थिति बन गई। मरीजों में भय व्‍याप्‍त हो गया।  मृतका 45 वर्षीया अहिल्या देवी रोह प्रखंड के ओहारी गांव निवासी दयानंद सिंह की पत्‍नी थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर स्‍वजनों काे शांत कराया।

बताया जाता है कि शनिवार की सुबह आशा का काम करने वाली अहिल्‍या देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इसके बाद स्वजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान अहिल्‍या देवी ने दम तोड़ दिया। मौत की खबर मिलते ही स्‍वजन आक्रोशित हो गए। वे हंगामा करने लगे। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दिया। इमरजेंसी वार्ड में रखे सामान को तितर बितर कर दिया। इससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई।

स्वजनों का कहना था कि वे लोग समय पर इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे। लेकिन इलाज में पूरी तरह से लापरवाही बरती गई। ऑक्सीजन भी सही तरीके से नहीं लगाया गया। इसकी जानकारी देने के बावजूद उसे ठीक नहीं किया गया। इस कारण ही अहिल्‍या देवी की मौत हुई। इधर हंगामे की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस अस्पताल पहुंची। एसआई विजय सिंह ने बताया कि लोगों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया। इसके बाद वे सभी शव लेकर लौट गए। घटना के बाद से स्‍वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने भी घटना पर शोक जताया है।

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