Gaya: बाहर ले जाने के लिए नहीं दिया ऑक्‍सीजन सिलेंडर तो खोलने लगे मरीज को लगी पाइप, हंगामा

गया के शेरघाटी अनुमंडलीय अस्‍पताल में करीब एक पखवाड़े के बाद फिर तोड़फोड़ की घटना हुई है। ऑक्‍सीजन सिलेंडर और एंबुलेंस को लेकर मरीज के स्‍वजनों ने अस्‍पताल में हंगामा मचाया। एक मरीज को लगे ऑक्‍सीजन की पाइप खोलने का प्रयास किया।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 04:32 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 04:32 PM (IST)
Gaya: बाहर ले जाने के लिए नहीं दिया ऑक्‍सीजन सिलेंडर तो खोलने लगे मरीज को लगी पाइप, हंगामा
घटना की सूचना पर जांच को पहुंची पुलिस। जागरण

शेरघाटी (गया), संवाद सहयोगी। ऑक्सीजन एवं एंबुलेंस की उपलब्धता को लेकर मरीज के आक्रोशित स्वजनों ने सोमवार को गया जिले के शेरघाटी अनुमंडल अस्पताल (Sherghati Sub divisional Hospital) में एक बार फिर तोड़फोड़ की। मरीज के स्‍वजनों का आरोप है कि उनके मरीज को गंभीर हालत में रेफर किए जाने के बावजद न एंबुलेंस की सुविधा दी गई और न ऑक्‍सीजन सिलेंडर की। इधर अस्‍पताल कर्मियों का कहना है कि बिना मरीज को भर्ती कराए वे लोग सिलेंडर मांग रहे थे। मनमानी कर रहे थे। इससे मना करने पर अस्‍पताल में तोड़फोड़ की। गौरतलब है कि बीते 21 अप्रैल को भी इस अस्‍पताल में ऐसी ही घटना हुई थी। 

न एंबुलेंस दी और न ऑक्‍सीजन सिलेंडर  

मरीज के पुत्र सुनील कुमार ने बताया कि रविवार को मेरी मां की कोविड जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई लेकिन ऑक्सीजन लेवल गिरा हुआ था। स्वास्थ्य कर्मियों ने अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। तब मरीज को भर्ती कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया लेकिन कुछ ही देर बाद ऑक्सीजन समाप्त हो गया। फिर हम लोगों को बताया गया कि मरीज को मगध मेडिकल ले जाएं। लेकिन रेफर करने पर भी न ऑक्‍सीजन की सुविधा दी गई न एंबुलेंस की।   एंबुलेंस के लिए 102 पर लगातार कॉल करते रहे परंतु एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं आई। जब आई तब डीजल लेने के नाम पर उसे लेकर चालक चला गया। लेकिन लौटा नहीं। दूसरी एंबुलेंस आने पर मरीज को एएनएमएमसीएच ले जाना था। लेकिन उसके लिए आश्‍वासन के बावजूद ऑक्‍सीजन सिलेंडर नहीं दिया गया। डेढ़ घंटे तक मरीज की जान सांसत में फंसी रही। 

बाहर ले जाने के लिए नहीं दिया ऑक्‍सीजन सिलेंडर तो की तोड़फोड़

इधर अस्पताल के फार्मासिस्ट अरुण कुमार ने बताया कि दोपहर बाद लगभग एक बजे अनुमंडल अस्पताल परिसर में आठ  से 10 की संख्या में लोग एक मरीज लेकर आए। अस्पताल के बरामदे में मरीज को फर्श पर सुला दिया और ऑक्सीजन की मांग कर रहे थे। स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही। उसके बाद ऑक्सीजन लगाने का आश्वासन दिया गया। लेकिन इसी बीच मरीज की हालत बिगड़ने लगी। उसने मरीज को बाहर ले जाने की बात कहते हुए ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की। स्वास्थ्य कर्मियों ने बाहर ले जाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर देने से इनकार किया। इस पर उनलोगों ने निबंधन काउंटर, चिकित्सा कक्ष एवं बरामदे में रखे कई सामान को तोड़फोड़ दिया। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात जीएनएम किरण कुमारी ने बताया कि मरीज के स्वजन आए और सीधा सिलेंडर मांग करते हुए बाहर नहीं ले जाने से इनकार करने पर तोड़फोड़ करने लगे।

मरीज को लगा ऑक्‍सीजन खोलने लगे

इधर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती डोभी थाना के अंगना गांव के मरीज के स्वजन तबस्सुम खातून ने बताया कि चार से छह की संख्या में आए लोगों ने आइसोलेशन वार्ड में प्रवेश कर हमारे मरीज काे लगे ऑक्सीजन सिलेंडर का पाइप खोलना शुरू कर दिया।  विरोध करने पर वे लोग निकल गए और गुस्से में आकर अस्पताल में तोड़फोड़ करने लगे। अस्पताल के प्रभारी स्वास्थ्य प्रबंधक जयंत कुमार ने बताया कि प्राइवेट एंबुलेंस से लेकर आए मरीज के स्वजनों ने गैस सिलेंडर बाहर ले जाने के लिए मांगा।  इनकार किए जाने पर आइसोलेशन वार्ड में घुसकर एक मरीज को लगी  ऑक्सीजन पाइप खींचने लगा। इसी दौरान मरीज के स्वजन और आए हुए लोगों के बीच झड़प हो गई। बीच में स्वास्थ्य कर्मी के विरोध करने पर उलझ गए। फिर अस्पताल के कई सामानों को तोड़फोड़ कर क्षति पहुंचाई। उल्लेखनीय हो कि 21 अप्रैल को भी अस्पताल के कोविड सेंटर में मरीज को बाहर से खाना देने को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों और स्वजनों के बीच धक्का-मुक्की हुई थी। स्वास्थ्य कर्मियों ने शेरघाटी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। कार्रवाई होने पर वे काम पर लौटे। एक बार फिर घटना की पुनरावृत्ति हुई है।

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