Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- बिहार में जदयू को बनाएंगे नंबर वन, कैमूर में उनके स्वागत में लगा लंबा जाम
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उनकी बिहार यात्रा का मकसद जदयू को बिहार भर में नंबर वन पार्टी बनाना है। वे घूम-घूमकर पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे। अपनी यात्रा के क्रम में वे कैमूर जिला पहुंचे। वहां उनके स्वागत में लंबा काफिला दिखा
कुदरा (भभुआ), संवाद सूत्र। जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि उनकी बिहार यात्रा का मकसद जदयू को बिहार भर में नंबर वन पार्टी बनाना है। उन्होंने शुक्रवार को अपनी यात्रा के क्रम में कैमूर जिला में पहुंचने पर कुदरा में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यह बात कही। इससे पहले खुर्माबाद पुल स्थित कैमूर जिला के बॉर्डर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री का स्वागत करने के लिए जिला भर के पार्टी के नेताओं का जमावड़ा जुटा हुआ था। वहां उनकी अगवानी में जुटे नेताओं के वाहनों का इतना लंबा काफिला हो गया था कि कुछ देर के लिए जीटी रोड पर सड़क जाम की स्थिति बनी रही। श्री कुशवाहा का फूल मालाओं से स्वागत करने के लिए पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में होड़ दिखी।
सबकी भूमिका सुनिश्चित कर रहे
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से वह लोगों तक पहुंच रहे हैं, जगह-जगह पार्टी के साथियों से मुलाकात कर रहे हैं, सरकार की योजनाओं के बारे में फीडबैक ले रहे हैं। उन्हाेंने कहा वे वहां पार्टी के साथियों की भूमिका भी सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि लोगों को बेहतर तरीके से सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके। इन तमाम चीजों को लेकर जो आकलन होगा उसका पार्टी के संगठन की मजबूती में इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही गांवों में जो जरूरतमंद लोग हैं खास तौर पर कोरोना वायरस की वजह से जिनकी मौत हो गई है उनके परिवार से मुलाकात कर यह देख रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने जिन सुविधाओं का ऐलान किया है उनके मिलने में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है।
तीसरी लहर से निपटने को तत्पर
इस दौरान पार्टी के जिलाध्यक्ष मो. इसरार खां, प्रखंड अध्यक्ष कुमार अशोक सिंह, जिला पार्षद प्रतिनिधि उमा शंकर सिंह, सुजीत कुमार सिंह शशि, पार्टी के दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कामता पासवान, उपेंद्र सिंह कुशवाहा, उपेंद्र तिवारी, काशी चौधरी, लड्डू अंसारी आदि समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सिर्फ बिहार ही नहीं दुनिया भर में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तमाम इंतजाम हो चुके हैं। आम जनता को भी अपनी तरफ से पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए।
जातिगत जनगणना से होगा फायदा
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना जरूर होनी चाहिए। केंद्र और राज्य की सरकारें जब योजनाएं बनाती हैं तो जिनके लिए योजना बनती है उनकी संख्या का कोई आंकड़ा ही नहीं रहता। आंकड़ा नहीं है क्योंकि गणना नहीं हुई। इसलिए गणना जरूरी है। कैमूर जिले की अपूर्ण योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जो फीडबैक मिलेगा उसके आधार पर काम किया जाएगा।