केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया अतुल्‍य भारत 2.0 में बिहार के बौद्ध स्‍थल भी शामिल

राज्य सभा सांसद राकेश सिन्हा ने यूपी व बिहार के बौद्ध तीर्थ स्थलों के विकास को लेकर सवाल पूछा था। इस पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने जवाब दिया कि 98.73 करोड़ रुपए की राशि से बिहार के बोधगया में सम्मेलन केंद्र का निर्माण हो रहा। पढ़े डिटेल

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:02 AM (IST)
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया अतुल्‍य भारत 2.0 में बिहार के बौद्ध स्‍थल भी शामिल
बोधगया में प्रमुख तीर्थ स्‍थल महाबोधि मंदिर की तस्‍वीर।

गया, जागरण संवाददाता। भारतीय संसद के प्रमुख सदन राज्य सभा में बोधगया के विकास को लेकर आवाज उठी है। बीते 27 जुलाई को राज्य सभा सांसद राकेश सिन्हा ने लिखित प्रश्न संख्या-948 में केंद्रीय पर्यटन मंत्री से यूपी व बिहार के बौद्ध तीर्थ स्थलों के विकास को लेकर सवाल किया था। जिसके जवाब में केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि हां, बौद्ध तीर्थ स्थलों के लिए अनेक योजनाएं बनी हैं।

बोधगया पर विशेष फोकस के साथ हो रहे ये काम

मंत्री ने सदन को बताया कि बौद्ध परिपथ को स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत विकास के लिए अभिज्ञात थीमों में शामिल किया गया है। इस योजना में 2016-17 में कई परियोजनाएं स्वीकृत की गई। इनमें से 98.73 करोड़ रुपए की राशि से बिहार के बोधगया में सम्मेलन केंद्र का निर्माण किया जा रहा है। मंत्री ने अपने जवाब में बोधगया के विकास को लेकर विशेष ध्यान दिए जाने की जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि बोधगया पर विशेष फोकस के साथ बौद्ध संस्कृति एवं पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में भारत के पुनरुद्धार के लिए एक समन्वित कार्यनिति तैयार करने के मद्देनजर एक कार्य योजना बनाई गई है। इस कार्य योजना में 4 वर्टिकल्स के तहत कदम उठाए जाने हैं । इनमें कनेक्टिविटी और संरचना तथा संभार तंत्र संस्कृति अनुसंधान विरासत और शिक्षा, सार्वजनिक स्तर पर जागरूकता संप्रेषण और पहुंच शामिल हैं।

अतुल्य भारत 2.0 अभियान में बौद्धस्‍थल भी शामिल

इस कार्य योजना के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए पर्यटन मंत्रालय को नोडल मंत्रालय बनाया गया है। बौद्ध जनसंख्या बहुल देशों सहित विदेशी बाजारों में उत्तर प्रदेश तथा बिहार में स्थित बौद्ध स्थलों के साथ-साथ विभिन्न बौद्ध स्थलों के संवर्धन और मार्केटिंग के लिए अनेक प्रयास किए गए हैं। बौद्ध गतंव्यों के संवर्धन के लिए पर्यटन मंत्रालय ने फिल्में तैयार की है। अतुल्य भारत 2.0 अभियान के एक भाग के रूप में बौद्ध स्थल संबंधित क्रिएटिव्‍स का उपयोग किया जा रहा है।

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