झरना जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान मिले दो आइईडी, नक्सलियों की योजना को सुरक्षाबलों ने किया नाकाम
नक्सलियों ने जहां आइईडी लगाया था उस रास्ते से नक्सल अभियान में हर समय सुरक्षाबलों का आवागमन होता है। बरामद बम दो-दो किलो के हैं। दोनों बम इतना शक्तिशाली था कि विस्फोट करने पर सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान हो सकता था।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। एसएसबी (SSB) के सुरक्षाबलों ने गुरुवार को ढिबरा थाना क्षेत्र के झरना जंगल के रास्ते में भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा लगाए गए दो आइईडी (Intensive Explosive Device) बम को बरामद किया है। बम को बरामद करने के बाद बम निरोधक दस्ता की टीम के द्वारा जंगल में ही दोनों बम को डिफ्यूज कर दिया गया है।
जिस रास्ते में नक्सलियों ने आइईडी लगाया था, उस रास्ते से नक्सल अभियान में हर समय सुरक्षाबलों का आवागमन होता है। बरामद बम दो-दो किलो के हैं। दोनों बम इतना शक्तिशाली था कि विस्फोट करने पर सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान हो सकता था। बताया जा रहा है कि बम विस्फोट की जद में अगर एंटी लैंडमाइंस वाहन भी आ जाती तो क्षतिग्रस्त हो सकता था।
एएसपी अभियान शिवकुमार राव ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ झरना जंगल में सुरक्षाबल निकले थे। जैसे ही लगाए गए आइईडी के पास पहुंचे कि लगे होने का अनुमान लगा। जब जांच की गई तो दो आइईडी एक ही जगह लगाया हुआ पाया गया। बम निरोधक दस्ता से दोनों को सावधानी बरतते हुए डिफ्यूज किया गया। तेज धमाका के साथ दोनों आइईडी बम डिफ्यूज हुआ। बताया गया कि दोनों बम की बरामगदी से नक्सलियों की सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की बड़ी योजना को विफल कर दिया गया है।
बता दें कि 28 जुलाई से तीन अगस्त तक नक्सलियों का शहादत दिवस था। इस दिवस को लेकर पूरे जिले में अलर्ट जारी किया गया था। नक्सलियों के खिलाफ लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बताया जाता है कि नक्सलियों ने देव व मदनपुर के दक्षिणी इलाके के जंगल में कई जगहों पर आइईडी लगा रखे हैं। आठ मार्च को सुरक्षाबलों ने ढिबरा थाना क्षेत्र के जंगल से आठ-आठ केजी को दो आइईडी बरामद किया था।