कैमूर में अगलगी से दो सौ बीघा खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर राख

रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत विदामनचक गांव के बधार में मंगलवार की दोपहर आग लग गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 04:52 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 05:51 PM (IST)
कैमूर में अगलगी से दो सौ बीघा खेत में  लगी गेहूं की फसल जलकर राख
कैमूर में अगलगी से दो सौ बीघा खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर राख

गया। रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत विदामनचक गांव के बधार में मंगलवार की दोपहर आग लग गई। जिसके चलते किसानों का दो सौ बीघा खेत में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। इस अगलगी की चपेट में कई हरे पेड़ भी पड़ गए हैं। इस भीषण अगलगी में 10 लाख रुपये की संपत्ति जलकर नष्ट होने की बात बताई जा रही है। पछुआ हवा के चलते आग की लपटें इतनी तेज थी की लोग चिल्लाने के सिवा कुछ नहीं कर पा रहे थे। आग की आंच से किसान काफी दूर खड़े होकर अपनी फसल को जलते देख रहे थे। आग महुआरी के सिवाना से शुरू होकर विदामनचक, ऊपरी होते हुए अहिवास के सिवाना छूते नदी तट तक चली गई। इस बीच जितने किसानों के खेत में गेहूं की फसल खड़ी थी सब स्वाहा हो गई। आग बुझाने के सारे प्रयास असफल होने लगे तो फायर ब्रिगेड का सहारा लेना पड़ा। उप प्रमुख ओम सिंह के सूचना पर मोहनियां व रामगढ़ से दो दमकल मौके पर पहुंच आग बुझाने के लिए पहुंचे। जब तक ये दमकल अपना पानी का फव्वारा शुरू करते तब तक खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। चार गांव के किसान आग बुझाने में जुट गए थे।

उप प्रमुख ओम सिंह ने बताया कि आग लगने का कारण गेहूं की कटाई वाले खेत में रैपर मशीन द्वारा भूसा बनाया जा रहा था। इसी के चिगारी से किसानों को इतना बड़ा नुकसान हुआ है। इस अगलगी में विदामनचक के सुशील उपाध्याय, सत्येंद्र चौबे, सर्वानंद चौबे, बटेश्वर चौबे, रामेश्वर चौबे, शिवशंकर चौबे, मुद्रिका चौबे, मुद्रिका चौबे, लाल मोहर कहार, अहिवास में मोती कुशवाहा, महुआरी में ओम सिंह, महेंद्र पासवान आदि किसानों की फसल जल कर राख हो गई।

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