औरंगाबाद में डायरिया से दो बच्‍चों की मौत, सदर अस्पताल में हंगामा, कई अन्‍य का चल रहा इलाज

औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के सईद बिगहा गांव में डायरिया से दो बच्‍चों की मौत हो गई। एक बच्‍चे की मौत के बाद स्‍वजनों ने सदर अस्‍पताल में हंगामा किया। दोनों ही गांव में डायरिया से कई आक्रांत है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 10:50 AM (IST)
औरंगाबाद में डायरिया से दो बच्‍चों की मौत, सदर अस्पताल में हंगामा, कई अन्‍य का चल रहा इलाज
डायरिया पीड़ि‍त कई बच्‍चों का चल रहा इलाज। सांकेतिक तस्‍वीर

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड के सईद बिगहा गांव में डायरिया से 15 वर्षीय रेशमी कुमारी एवं नथु बिगहा गांव में दो वर्षीय बालक सुजीत कुमार की मौत हो गई। दोनों ही गांव में डायरिया से कई आक्रांत है। दोनों की मौत शनिवार शाम को हुई है। डायरिया से कई अन्‍य आक्रांत हैं। उनका इलाज अस्‍पताल में चल रहा है। बताया जाता है कि रेशमी कुमारी को लेकर जब स्‍वजन शनिवार की रात सदर अस्पताल पहुंचे तो कुव्यवस्था देख भड़क उठे। सईद बिगहा गांव के रामभगत का पुत्र अजय कुमार एवं चमेली कुमारी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।

सिमरी गांव निवासी पूनम कुमारी का इलाज भी सदर अस्पताल में कराया चल रहा है। मरीज की मौत के बाद स्वजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि डायरिया से दो की मौत हुई है। मुआवजा को लेकर स्वजनों ने अस्पताल में हंगामा किया है। अस्पताल में हंगामा की सूचना पर नगर थाना पुलिस पहुंची और किसी तरह ग्रामीणों को शांत कराया।

बता दें कि बरसात अभी खत्म हुआ नहीं कि जिले में डायरिया ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। इससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। शनिवार रात से रविवार तक डायरिया से पीड़ित एक दर्जन लोगों को इलाज के लिए को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें अधिकतर देव और मदनपुर प्रखंड के ग्रामीण हैं। मदनपुर के नथु बिगहा गांव निवासी सरयू रिकियासन की पत्नी ललिता देवी, 10 वर्षीय पुत्र सुदीप कुमार, बोदी बिगहा निवासी ओमप्रकाश कुमार, सलैया के विंदु देवी, विंदु की पुत्री अंजू कुमारी समेत एक दर्जन डायरिया से ग्रसित लोगों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा रहा है। दरअसल बरसात का पहाड़ी जमा हुआ पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है। उमस भरी गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। सिविल सर्जन डा. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि अभी ज्यादातर सर्दी खांसी के मरीज आ रहे हैं जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। कुछ लोग दस्त, उल्टी तथा पेट के दर्द की शिकायत लेकर भी अस्पताल पहुंच रहे हैं उनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इस चुनौती से निपटने के लिए कई टीम का गठन किया है। दवा की कमी नहीं है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार मामले पर नजर रखी जा रही है।

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