पितृपक्ष : दस साल के मासूम के कंधे पर पिता के मोक्ष का 'भार'

संजय कुमार गया। असोम से अपनी मां के साथ गया में एक दस वर्ष का बालक आया है जो अपने पिता की अकाल मृत्यु के बाद उन्हें मोक्ष दिलाने के लिए तर्पण कर रहा है। उसे देखकर पिंडदानियों में कौतूहल बना रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:29 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 12:04 AM (IST)
पितृपक्ष : दस साल के मासूम के कंधे पर पिता के मोक्ष का 'भार'
पितृपक्ष : दस साल के मासूम के कंधे पर पिता के मोक्ष का 'भार'

संजय कुमार, गया। यह दृश्य बहुत ही मार्मिक और हर किसी को भावुक कर देने वाला था। दस साल का एक बच्चा अपने पिता को मोक्ष दिलाने के लिए पिडवेदी पर तर्पण की विधि संपन्न करता हुआ दिखा। इस नाजुक उम्र में भी उसके कंधे पर पिता की आत्मा की मुक्ति का भार था। वह उत्तर मानस पिडवेदी के पास कर्मकांड कर रहा था।

दस साल का दीपू सरकार अपने हाथ जोड़कर पिता के मोक्ष के लिए प्रभु से प्रार्थना कर रहा था। वह आसोम के सिलापठार के मजारवाडी गांव से आया है। जब वह कर्मकांड कर रहा था तो उसकी माता धुरपति सरकार की आंखें नम थीं। अपने आंचल से आंसू पोंछते हुए वह बताती है कि पहली बार हम गयाजी आए हैं। यहां आने के बाद मन को बहुत शांति मिल रही है। बहुत हल्का महसूस कर रही हूं। मन पर भारी बोझ था, वह उतर गया है। उन्होंने बताया कि उनके पति संतोष सरकार की 2017 में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। दीपू इकलौता पुत्र है। मौत के बाद बहुत अशांति-सी रहती थी। खुद को संभालने की लाख कोशिश की, पर मन विचलित रहता था। आसपास के लोगों ने कहा कि एक बार गयाजी जाकर पिडदान करा आएं। यह हमारे पूर्वजों के समय से ही होता आया है। इसके बाद पुत्र दीपू को लेकर यहां आ गई। एक दिवसीय कर्मकांड करा रही है। पिडदानियों के आगमन से गुलजार हुए गया के बाजार

गया। पितृपक्ष शुरू होते ही गया में देश-विदेश से पिंडदानी व अन्य श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इनकी आवक से जिले के बाजार भी गुलजार हो गए हैं। पितृपक्ष की शुरुआत से ही इससे जुडे़ लोगों के चेहरे पर चमक दिखने लगी है। पिछले साल मेला नहीं लगने से व्यवसायियों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा था। इस बार भले ही मेले का आयोजन नहीं हुआ, पर तीर्थयात्रियों के आगमन में कमी नहीं है।

सबसे अधिक बाजार होटल, टूर एंड ट्रेवल्स, बर्तन, कपड़ा, पूजन सामग्री आदि का है। शहर में स्थित लगभग सभी होटल एक पखवारे के लिए बुक है। होटल एसोसिएशन के संरक्षक अनिल कुमार ने कहा कि पितृपक्ष में उम्मीद से अधिक बाजार है, जिससे कमाई अच्छी हो रही है। गया शहर से लेकर बोधगया तक सभी होटल एक पखवारे तक बुक हैं।

टूर एंड ट्रेवल्स के संचालक पंकज कुमार ने कहा कि पितृपक्ष में टूर एंड ट्रेवल्स का बाजार खूब हो रहा है। वाहनों की बुकिग प्रत्येक दिन हो रही है। पिडदानी संख्या के अनुसार वाहन की बुकिग करते हैं। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष का इंतजार एक साल से किया जाता है। पिछले साल पितृपक्ष का आयोजन नहीं होने से टूर एंड ट्रेवल्स का बाजार पूरी तरह से चौपट हो गया था, लेकिन इस बार अच्छा दिख रहा है। बर्तन विक्रेता सुनील कुमार कहते हैं कि पितृपक्ष में बर्तन का बिक्री अच्छी हो रही है। पिडदान जरूरत के अनुसार बर्तन का खरीदारी कर रहे हैं। सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष संजय भारद्वाज ने कहा, उम्मीद है कि पितृपक्ष में बाजार अच्छा रहेगा। इससे लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।

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