बोधगया में दर्दनाक हादसा, कुएं में गिरे मवेशी को बचाने में तीन युवकों ने गंवाई जान, जानें क्या है पूरा मामला
गया जिले के बोधगया प्रखंड स्थित गाफ़ा पंचायत के जानी बीघा गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना हुई है जहां कुएं में गिरे एक पशु को बचाने के चक्कर में बुधवार को तीन लोगों ने जान गवां दी। घटना बुधवार की सुबह आठ बजे की है।
गया, जागरण संवाददाता। गया जिले के बोधगया प्रखंड स्थित गाफ़ा पंचायत के जानी बीघा गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना हुई है, जहां कुएं में गिरे एक पशु को बचाने के चक्कर में बुधवार को तीन लोगों ने जान गवां दी। घटना बुधवार की सुबह आठ बजे की है, जब एक पशु घास खाते खाते कुएं में गिर गया, जिसे बचाने के लिए एक युवक कुएं में कूदा और वह निकल नहीं पाया। इसके बाद दूसरा युवक भी कुंए में कूद पड़ा।
दोनों युवक जब कुछ देर तक नहीं निकले तो तीसरे ने भी छलांग लगा दी। इस तरह तीनों युवक एक-एककर कुएं में कूद गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान 35 वर्षीय वीरेंद्र मांझी, 22 वर्षीय जितेंद्र मांझी और 23 वर्षीय रविंद्र मांझी के रूप में की गई है। तीनों जानीबीघा के रहने वाले है। इस घटना से इलाके में सनाटा पसर गया है। साथ ही तीनों मृतक के स्वजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
मिली जानकारी के अनुसार मृत वीरेंद्र मांझी के पांच छोटे बच्चे हैं। इनमें तीन लड़की और दो लड़के हैं। जब लोगों को पता चला कि तीन युवक को पशु को बचाने को लेकर कुएं में कूदने से जान चली गई है तो बोधगया थाने को सूचना दी गई। इस दौरान बोधगया थाने के एएसआइ नवल किशोर मंडल आनन-फानन में अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उसके बाद अंचलाधिकारी कमलनयन कश्यप भी मौके पर पहुंच आपदा प्रबंधन के तहत चार चार लाख रुपये मृतक के परिजनों को देने की बात कही।
इसके अलावा जेएसएस प्रमोद कुमार भी परिवारिक लाभ के तहत बिस हजार रुपए देने का आश्वासन दिया। साथ ही कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन तीन हजार रुपये तुरंत म दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कालेज गया भेज दिया गया है। तीन लोगों के मरने की पुष्टि बोधगया थानाध्यक्ष मितेश कुमार ने की।