Gaya News: मां-पिता व दादी की एक साथ मौत से सूख नहीं रहे छह बच्‍चों के आंसू, मर्माहत है पूरा गांव

गया जिला के शेरघाटी थाना क्षेत्र के पथलकट्टी गांव में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत के बाद गांव के लोग मर्माहत हैं। तीलू मांझी उनकी पत्नी प्यारी देवी व मां मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। तीनों की मौत से बच्‍चे बेसहारा हो गए।

By Edited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:30 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:48 AM (IST)
Gaya News: मां-पिता व दादी की एक साथ मौत से सूख नहीं रहे छह बच्‍चों के आंसू, मर्माहत है पूरा गांव
एक ही परिवार के तीन सदस्‍यों की मौत के बाद विलाप करते बच्‍चे, गमगीन ग्रामीण। जागरण फोटो।

गया, संवाद सहयोगी। शेरघाटी थाना क्षेत्र के पथलकट्टी गांव में सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मौत के बाद गांव के लोग मर्माहत हैं। तीलू मांझी (50 वर्ष) व उनकी पत्नी प्यारी देवी (46 वर्ष) मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। स्वजन रामजी मंडल बताते हैं कि दोनों बोरी का सूत निकालकर रस्सी बनाते थे। इसके अलावा आसपास के बाजार में जकरा मजदूरी करते थे। दोनों की मजदूरी से घर का चूल्हा जलता था। फिलहाल खाने पीने की समस्या है। उन्होंने बताया कि तीन बेटियों की शादी की करनी है। तीनों के अंतिम संस्कार के लिए स्थानीय लोगों ने सहयोग किया। प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशांत कुमार प्रसून ने विधि सम्मत कार्रवाई के तहत मुआवजे का आश्वासन दिया है। स्वजन ने कहा कि सांसद आंसू पोछने के नाम पर आए लेकिन कोई सहयोग नहीं किया। अपने माता-पिता के शव के समीप क्रंदन करती हुई नाबालिग बेटी बेदमिया कुमारी ने बताया कि हम लोग छह बहन और पांच भाई हैं। तीन बहन और दो भाई की शादी हो चुकी है। सभी शेष सभी भाई-बहन छोटे हैं। घर में कमाने वाले माता-पिता और दादी थीं। अब हम लोगों का खाना, कपड़ा कौन जुटाएगा पता नहीं? हम लोगों के पास रहने को घर भी नहीं है। ताड़ के पत्ते से छाए हुए कच्चे मकान को झोपड़ीनुमा बनाकर जीवन बसर कर रहे हैं। सुमन कुमारी, पूनम कुमारी, छोटू कुमार, संजय, विजय, अजय तथा छोटन अपने माता-पिता और दादी की मौत से मर्माहत है। किसी के आंख के आंसू नहीं रुक रहे हैं। गांव के लोग भी परिवार के कमाउ सदस्य के निधन से काफी मर्माहत हैं।

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