सुनसान जगह पर घात लगाए तीन मनचलों ने गांव की युवती से की छेड़खानी, नवादा में प्राथमिकी दर्ज
नवादा जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती के साथ तीन मनचलों ने छेड़खानी की। युवती शौच के लिए बधार की ओर गई थी इसी दौरान घात लगाए मनचलों ने उसे घेर लिया। शोर मचाने पर ग्रामीण पहुंचे तो वे भागे।
सिरदला (नवादा), संवाद सूत्र। थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती के साथ तीन मनचलों ने छेड़खानी की। युवती शौच के लिए गई थी। इसी दौरान मनचलों ने उसे घेर लिया। वे उसके साथ बदसलूकी करने लगे। लेकिन युवती ने हिम्मत दिखाते हुए शोर मचाया। शोर सुनकर गांव के लोग दौड़े पहुंचे तो उसकी जान बची। बुधवार की शाम हुई इस घटना को लेकर युवती ने थाने में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में युवती ने गांव के ही तीन युवकों को आरोपित किया है।
घात लगाए बधार में बैठे थे तीनों मनचले
सिरदला थाने के दारोगा जितेंद्र कुमार ने बताया कि युवती की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें गांव के सुभाष राजवंशी, मंटू राजवंशी औरा सोनू राजवंशी को आरोपित किया गया है। प्राथमिकी में युवती ने कहा है कि शाम में वह शौच के लिए बधार की ओर गई थी। इसी दौरान घात लगाए बैठे सुभाष, मंटू और साेनू ने उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। युवती के चीखने-चिल्लाने पर गांव के लोग पहुंचे तो मनचले वहां से भाग निकले और उसकी आबरू बची। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
ऐसी घटनाओं के लिए समाज भी जिम्मेदार
गौरतलब है कि सरकार ने हर घर शौचालय बनाने की व्यवस्था की है। इसके लिए पैसे भी सरकार देती है ताकि लोग खुले में शौच नहीं करें। बावजूद यदि कोई शौच के लिए बाहर जाता है तो इसका मतलब है कि उसके घर में शौचालय नहीं होगा। ऐसा है तो जनप्रतिनिधि इसके लिए उत्तरदायी हैं। ऐसे में ओडीएफ के दावे की पोल खुलती है। और यदि शौचालय होने के बावजूद कोई खुले में शौच के लिए जाता है तो ऐसे लोगों पर समाज की नजर होनी चाहिए। लोगों को प्रेरित करना चाहिए कि वे खुले में शौच नहीं करें। शौचालय का उपयोग करें।