महाराष्ट्र में गैस लीक से गया के तीन की मौत, 1.32 लाख किराए पर एक शव लेकर आई एंबुलेंस
महाराष्ट्र में 25 अप्रैल को गैस लीक के कारण लगी आग से गया जिले के तीन युवकों की मौत हो गई। एक की अंत्येष्टि वहीं कर दी गई। दो का शव वहां से लाने के लिए एक एंबुलेंस का किराया सवा लाख से अधिक चुकाना पड़ा।
टिकारी (गया), संवाद सहयोगी। महाराष्ट्र के थाने जिला के भायंदर पश्चिमी में गैस लीक (Gas Leak) के कारण लगी आग से टिकारी प्रखंड के पलुहड़ निवासी तीन लोगों रामानुज प्रसाद (43), जितेन्द्र उर्फ सोमर यादव (40) और सविंद्र उर्फ कन्हाई यादव (28) की मौत हो गई। हादसा बीते रविवार को हुआ। वहांं से शव लाने के लिए एक एंबुलेंस का किराया एक लाख 32 हजार रुपये देना पड़ा। दो एंबुलेंस में दो शव लाए गए। एक की अंत्येष्टि वहीं कर दी गई।
गैस लीक से लगी आग में झुलसे थे तीनों
जानकारी के अनुसार तीनों डाई प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते थे। रविवार की सुबह तीनों जयअंंबे नगर स्थित जितेंद्र यादव के किराए वाले कमरे में चाय पीकर बैठे थे। लेकिन गैस का रेगुलेटर बंद करना भूल गए। गैस रिसाव हो रहा था। लेकिन इसका पता उन्हें नहीं चला। इसी दौरान बिजली का स्वीच ऑन करते ही कमरे में आग लग गई। तीनों आग की लपटों में घिर गए। आसपास के लोगों ने एकजुट होकर किसी तरह आग बुझाई और तीनों को किसी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
एक की अस्पताल में हो गई मौत, दो ने बाद में तोड़ा दम
लेकिन रामानुज जो घटना से कुछ देर पहले उस कमरे में आया था उसकी मौत हो गई। उसका वहीं पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे जितेंद्र और सविंद्र को कोरोना के कारण बेहतर इलाज की सुविधा नही मिल पा रही थी।वहां रह रहे इसी गांव के संतोष कुमार ने बताया कि दो प्राइवेट एम्बुलेंस भाड़े पर की। गुरुवार को दोनों को घर के लिए रवाना कर दिया गया था। लेकिन शुक्रवार को रास्ते में ही दोनों ने इंदौर के आसपास दम तोड़ दिया। पलहुड़ गांव के निवासी शिक्षक रास बिहारी पांडेय ने बताया कि शनिवार दोपहर में दोनों का शव अलग-अलग एंंंबुलेंस से गांव पहुंचा।
एक एंबुलेंस का किराया 1 लाख 32 हजार
रासबिहारी पांडेय ने बताया कि एक एम्बुलेंस का किराया 1 लाख 32 हजार था। जितेंद्र के परिवार वालों ने तो किसी तरह पैसा दे दिया। लेकिन सविंद्र का परिवार बहुत गरीब है। घर में पत्नी के अलावा दो छोटे बच्चे हैं। तब रिश्तेदार और गांव वालों ने चंदा इकट्ठा कर एंंबुलेंस का किराया चुकता किया। उसके पिता भायंदर में ही पॉक्सो एक्ट के मुकदमे आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।