औरंगाबाद में मोपेड की डिक्की से एक लाख रुपये ले उड़े उचक्के
दाउदनगर शहर स्थित बैंकों से पैसे की निकासी कर सुरक्षित घर जाना खतरनाक हो गया है। बैंकों में छिनतई गिरोह के सदस्य सक्रिय रहते हैं और वहीं वे ग्राहकों पर नजर रखकर सॉफ्ट टारगेट का चयन करते हैं। यही कारण है कि यहां छिनतई का भय बना रहता है।
दाउदनगर (औरंगाबाद), जागरण संवाददाता। दाउदनगर के रामनगर निवासी कामेश्वर सिंह के दो पहिया वाहन की डिक्की से कुछ उचक्के एक लाख रुपये उड़ाने में सफल रहे। घटना सोमवार अपराहन की बताई जाती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कामेश्वर सिंह ईट भट्ठा के मालिक हैं। बाजार स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा से तीन लाख रुपये निकालकर वे रामनगर जा रहे थे। इस बीच महिला कॉलेज के समीप एक होटल में बैठकर नाश्ता करने लगे। 10-15 मिनट के अंदर ही उन्होंने देखा कि उनके मोपेड का डिक्की टूटा हुआ है और झोला में रखा एक लाख रुपये गायब है। बताया कि बैंक से उन्होंने तीन लाख रुपये की निकासी की थी। दो लाख रुपये पॉकेट में रख लिए और एक लाख रुपये मोपेड की डिक्की में रखे थे। उचक्के इसी मोपेड की डिक्की को तोड़कर झोला में रखा हुआ एक लाख रुपये लेकर भाग गए। घटना की उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। प्रभारी थाना अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार पासवान ने बताया कि पीडि़त के साथ लगातार छापेमारी की जा रही है। इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर विजयेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सघन बाइक चेकिंग चलाया जा रहा है। सीमावर्ती थानों को भी घटना को लेकर अलर्ट किया गया है।
शहर में बैंक से निकासी करना खतरनाक
दाउदनगर शहर स्थित बैंकों से पैसे की निकासी कर सुरक्षित घर जाना खतरनाक हो गया है। बैंकों में छिनतई गिरोह के सदस्य सक्रिय रहते हैं और वहीं से वे ग्राहक को चिन्हित करते हैं। आफ्ट टारगेट चुनकर उनके वाहनों से पैसे निकाल लेने या हाथ से पैसा रखा हुआ झोला बैग छीनकर भागने का प्रयास करते हैं। इस तरह की घटनाएं लगातार होती हैं। कई बार यह बात सामने आ चुकी है। बैंकों में छिनतई गिरोह के सदस्य सक्रिय रहते हैं और वहीं वे ग्राहकों पर नजर रखकर सॉफ्ट टारगेट का चयन करते हैं।