बिहार के किसानों के लिए अशुभ रहे ये 15 दिन; बगैर घघा चलाए विदा हुआ माघा, अब पूर्वा की बारी

माघा नक्षत्र के 15 दिन किसानों के लिये शुभ नहीं रहा। बगैर घघा चलाये यानी अच्छी बारिश हुए बगैर यह नक्षत्र विदा हो गया। अब मंगलवार की देर शाम पूर्वा नक्षत्र का प्रवेश हुआ। ऐसे में किसानों को अब पूर्वा से आस है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Wed, 01 Sep 2021 11:36 AM (IST) Updated:Wed, 01 Sep 2021 11:36 AM (IST)
बिहार के किसानों के लिए अशुभ रहे ये 15 दिन; बगैर घघा चलाए विदा हुआ माघा, अब पूर्वा की बारी
माघा नक्षत्र में नहीं हो सकी अच्‍छी बारिश। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सहयोगी, नवादा। माघा नक्षत्र के 15 दिन किसानों के लिये शुभ नहीं रहा। बगैर घघा चलाये यानी अच्छी बारिश हुए बगैर यह नक्षत्र विदा हो गया। अब मंगलवार की देर शाम पूर्वा नक्षत्र का प्रवेश हुआ। ऐसे में किसानों को अब पूर्वा से आस है।

कृषि पंडित घाघ ने कहा था- आद्र्रा चौथ, मघा पंचक। यानी आद्र्रा बरसा तो चार नक्षत्र और मघा बरसा अगले पांच नक्षत्रों में अच्छी बारिश होगी। आद्र्रा तो बरसा, लेकिन माघा ने किसानों को निराश किया। ऐसे में शेष नक्षत्रों में भी बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

कृषि पंडित घाघ ने कहा था- जो पूर्वा पूरबइया पावे, सूखल नदिया नाव चलावे। यानी पूर्वा नक्षत्र में अगर पूरबइया हवा चले तो बारिश अच्छी होगी, लेकिन फिलहाल हवा के अनुकूल नहीं होने से किसान सशंकित हैं। खेतों में धान की फसल लहलहा रही है, लेकिन आगे इसका भविष्य बारिश पर निर्भर करता है। इस वर्ष बेमौसम की बारिश से किसान परेशान रहे। अब जब बारिश की आवश्यकता है तो बारिश गायब है।

फिलहाल किसान बिजली पंप के सहारे धान की फसल बचाने में लगे हैं, लेकिन जहां सिंचाई का साधन नहीं है वहां के लिये कुछ कह पाना संभव नहीं है। बहरहाल माघा बगैर घघा चलाये विदा हुआ अब पूर्वा से किसानों की आस है।

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