व्यापार में काफी घाटा हो गया इस कारण नहीं चुका पाए लोन, शिविर में पहुंचे बकाएदारों को मिली राहत
औरंगाबाद के अंबा स्थित इंडियन बैंक में ऋण समझौता शिविर लगाया गया। इसमें 25 एनपीए ऋण धारकों से समझौता किया गया। उनमें से 17 ने बकाया राशि जमा कर अकाउंट बंद करा लिया। अन्य ने कुछ दिनों की मोहलत मांगी।
संवाद सूत्र, अंबा (आैरंगाबाद)। इंडियन बैंक सिंहपुर अंबा में बुधवार को ऋण समझौता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर बैंक परिसर में लगाया गया। वैसे ऋण धारक जो बैंक से लोन लेने के बाद पैसे जमा नहीं कर रहे थे उन्हें बैंक से छूट दी गई। ग्राहकों ने बैंक से ऋण लेने के बाद जमा नहीं करने से संबंधित अपनी समस्या प्रबंधक के सामने रखी। ग्राहकों ने बताया कि बैंक से ऋण लेने के बाद उन्हें रोजगार में काफी नुकसान उठाना पड़ा जिस कारण वे बैंक की राशि जमा नहीं कर सके।
समय पर लोन की राशि करें चुकता
प्रबंधक ने बारी-बारी से सभी ग्राहकों की समस्या को सुनकर बैंकिंग नियम के अनुसार समझौता कर पैसा जमा करने को कहा। शाखा प्रबंधक अभिषेक कुमार ने बताया कि समझौता शिविर में 25 डिफाल्टर पहुंचे। उन्होंने ऋण धारकों से कहा कि आप समय पर पैसा जमा नहीं करते हैं तो बैंक मजबूर होकर आपकी संपत्ति को नीलाम कर पैसे की वसूली करेगा। किसी तरह की संपत्ति हाथ नहीं आने पर बैकिंग नियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का प्रावधान है और तब जेल भी जाना पड़ सकता है। मैनेजर ने कहा कि बैंक हमेशा ग्राहकों की सहूलियत के लिए कार्य करता है ग्राहकों को परेशानी न हो इसके लिए समझौता शिविर लगाया गया। उन्होंने कहा कि बैंक से जुड़कर आप आगे भी लाभ ले सकते हैं।
25 में से 17 ने जमा की एकमुश्त राशि
शिविर में पहुंचे 25 ग्राहकों में से 17 लोगों ने समझौता के तहत एकमुश्त राशि जमा कर अकाउंट बंद करा लिया। बैंक को इससे 1200000 रुपए की वसूली हुई। शेष 8 ग्राहकों ने बैंक के साथ समझौता तो किया पर पैसे के अभाव में किस्त की राशि बाद में जमा करने की बात कहा। प्रबंधक ने बताया कि वैसे ग्राहक जिनका ऋण अकाउंट एनपीए हो गया है और यदि वे किसी कारण से शिविर में नहीं पहुंच पाए हैं तो दूसरे कार्य दिवस पर आकर समझौता के तहत ऋण बंद करा सकते हैं। उन्होंने ग्राहकों को बैंक के कई योजनाओं की जानकारी दी। इसअवसर पर सहायक प्रबंधक सदानंद कुमार रिकवरी एजेंट सुरेंद्र सिंह रंजीत उपाध्याय प्रणव कुमार रतन राम अभिषेक सिंह आदि उपस्थित थे।