सासाराम में पर्याप्त है खाद का स्टाक, फिर भी कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे दुकानदार

किसान रोपनी को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। इसे ले बढ़ी खाद की मांग को देखते हुए कुछ दुकानदार विभाग की ओर से जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन कर कालाबाजारी के प्रयास से बाज नहीं आ रहे हैं। कृषि विभाग का दावा है कालाबाजारियों पर कड़ी नजर है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 09:30 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:30 AM (IST)
सासाराम में पर्याप्त है खाद का स्टाक, फिर भी कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे दुकानदार
दुकानदार खाद की कमी बता कर रहे कालाबाजारी, सांकेतिक तस्‍वीर।

सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। मौसम की बेरुखी के बीच धान के कटोरे में किसान रोपनी को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। इसे ले बढ़ी खाद की मांग को देखते हुए कुछ दुकानदार विभाग की ओर से जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन कर कालाबाजारी के प्रयास से बाज नहीं आ रहे हैं। कृषि विभाग ने ऐसे दुकानदारों को चिह्नित कर कार्रवाई भी शुरू कर दी है। कृषि विभाग ने दावा किया है कि खरीफ फसलों के लिए जिले के किसान परेशान न हों, इसे लेकर जिले में विभिन्न ब्रांड के उर्वरकों का पर्याप्त भंडार है। अभी और रैक आने वाले हैं, जिससे जरूरत व लक्ष्य के अनुरूप उर्वरक हमेशा उपलब्ध रहेगा। विभाग द्वारा किसानों को खाद की कमी से संबंधित अफवाहों से  बचने की सलाह भी दी जा रही है। विभाग ने उर्वरक की कमी से बचने के लिए अन्य इंतजाम भी किए हैं। वहीं कालाबाजारी करने वाले बिचौलियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

लगातार आ रहा रैक :

धान फसल को देखते हुए कृषि विभाग ने उर्वरक आपूर्तिकर्ता कंपनियों के जिम्मेदारों को जिले के आवंटित खाद लक्ष्य को समय से पूरा करने को कहा है। इफको व अन्य कंपनियों ने माहवार क्रमिक लक्ष्य के अनुरूप यूरिया व डीएपी की खेप भेजनी भी शुरू कर दी है। आवंटित लक्ष्य के अनुरूप उर्वरकों की उपलब्धता का असर यह है कि, खाद की दुकानों से भीड़ गायब है। किसानों को खाद के लिए लाइन नहीं लगानी पड़ रही है। मंगलवार को यूरिया लेने एक दुकान पर आए स्थानीय निवासी किसान जोखू ङ्क्षसह ने कहा कि यहां उन्हें आराम से यूरिया मिल गई। धान की रोपनी के बाद सोहनी का काम भी शुरू हो गया है, जिसके बाद यूरिया की जरूरत पड़ेगी।

कहते हैं अधिकारी :

जिले में खाद का पर्याप्त स्टाक है। जरूरत पडऩे पर अभी और खाद का आवंटन किया जाएगा। किसानों को इस बार कालाबाजारी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके बावजूद भी कोई परेशानी हो तो उसे दूर किया जाएगा। अगर कोई भी दुकानदार अधिक मूल्य लेता है या यूरिया नहीं होने की बात कहता है तो किसान प्रखंड कृषि अधिकारी या उनके मोबाइल नंबर पर इसकी सूचना दें।

संजयनाथ तिवारी, डीएओ

जिले में मंगलवार को उपलब्ध उर्वरक :

उर्वरक          उपलब्धता (एमटी में)

यूरिया       13494.606

डीएपी         8372.100

एमओपी      3935.212

एनपीकेएस   8595.693  

एसएसपी     7593.807

कंपोस्ट         शून्य

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