घर में हैं एसी और बनवा लिया गरीबों का राशन कार्ड, गया में ऐसे दो हजार लोगों पर बिहार सरकार ने कसा शिकंजा
गरीब परिवारों के राशन की हकमारी करने वालों पर सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अपात्र लाभुकों को चिन्हित कर भेजा नोटिस भेजा गया। ऐसे दो हजार लोगों पर कार्रवाई तय है। सप्ताह भर में जवाब नहीं दिया तो इनके राशन कार्ड रद किया जाएगा।
गया, जागरण संवाददाता। गरीब परिवारों को सरकार हर महीने सस्ती दर पर राशन मुहैया करा रही है। जिले में गेहूं व चावल हर माह निर्धारित मात्रा में दिया जाता है। लेकिन इस योजना में अभी भी कई अपात्र लाभुक गरीबों की हकमारी कर रहे हैं। आर्थिक रूप से संपन्न होते हुए भी कईयों ने गलत जानकारी देकर राशन कार्ड बनवा लिया है। जिसके बाद प्रशासन करवाई करने में जुट गया है। गया सदर एसडीओ इंद्रवीर कुमार ने योजना की समीक्षा के क्रम में स्पष्ट किया कि अपात्र लाभुक जिस परिवार में पक्का मकान, नौकरी, तीन या चार पहिया वाहन, मोटरसाइकिल, फ्रिज इत्यादि हैं उनका राशन कार्ड रद्द किया जाना है। ऐसे लोग गलत लाभ ले रहे हैं। अनाज की यह योजना निर्धन-गरीब परिवारों के लिए है। उन्होंने कहा कि
पक्का मकान, नौकरी, तीन या चार पहिया वाहन, मोटरसाइकिल, फ्रिज, वाङ्क्षशग मशीन, एयर कंडीशनर इत्यादि रखने वाले ऐसे 2 हजार अपात्र लोगों को राशन कार्ड रद्द करने के लिए नोटिस निर्गत किया गया है। एसडीओ ने कहा कि नोटिस तमिला होने के एक सप्ताह के अंदर सम्बंधित लोगों को अपना पक्ष रखना है। जो पक्ष नहीं रखेंगे माना जाएगा कि वह गलत तरीके से लाभ ले रहे थे। उनका राशन कार्ड रद्द किया जाएगा। साथ ही सरकारी योजना का लाभ गलत तरह से लेने को लेकर कानूनी कारवाई भी की जाएगी।
जुलाई में भी दोगुना राशन मिलेगा
समीक्षा के क्रम में स्पष्ट किया गया कि जुलाई महीने में भी लाभुकों को दोगुना राशन मिलेगा। लेकिन आधा का भुगतान करना होगा। जबकि कुल आपूर्ति की निर्धारित मात्रा का आधा अनाज मुफ्त में मिलेगा। पूरे अनुमंडल क्षेत्र का अभी तक राशन का वितरण लगभग 13 प्रतिशत हुआ है। सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को लाभुकों के बीच राशन वितरण का प्रतिशत बढ़ाने का निर्देश दिया गया। बैठक में सहायक जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के आपूर्ति पदाधिकारी एवं आपूर्ति के सभी कर्मी उपस्थित थे।