गया अंचल ऑफिस में कर्मचारियों का टोटा, मानपुर के 19 हल्का को सभांल रहे मात्र तीन राजस्व कर्मचारी

एक हल्का पर एक राजस्व कर्मचारी को तैनात करने का सरकार द्वारा नियम बनाया गया। लेकिन आज यह नियम एक भी अंचल में देखने को नहीं मिलता। कहीं तीन तो कहीं चार राजस्व कर्मचारी तैनात हैं। ऐसी ही हाल मानपुर अंचल का है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 12:36 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 12:36 PM (IST)
गया अंचल ऑफिस में कर्मचारियों का टोटा, मानपुर के 19 हल्का को सभांल रहे मात्र तीन राजस्व कर्मचारी
खाली पड़ा मानपुर अंचल सह प्रखंड कार्यालय। जागरण।

जागरण संवाददाता, मानपुर (गया)। हमारा देश कृषि प्रधान है। यहां के अधिकांश लोग खेती पर आश्रित हैं। किसान अपनी भूमि का राजस्व सरकार के खजाने में जमा करते हैं। किसानों से नियमित राजस्व की बसूली हो। जमीन से संबंधित कार्य का निष्पादन समय हो जाए। इसके लिए प्रखंड में प्ंचायत बार हल्का बनाया गया।

एक हल्का पर एक राजस्व कर्मचारी को तैनात करने का सरकार द्वारा  नियम बनाया गया। लेकिन, आज यह नियम एक भी अंचल में देखने को नहीं मिलता। कहीं तीन तो  कहीं चार राजस्व कर्मचारी तैनात हैं। ऐसी ही हाल मानपुर अंचल का है। यहां के 12 पंचायत और नगर निगम के 7 वार्ड में बसे लोगों का राजस्व संबंधित कार्य देखने के लिए मात्र तीन राजस्व कर्मचारी तैनात हैं। अब सवाल उठता है कि 19 हल्का का काम तीन राजस्व कर्मचारी कैसे कर पाएगें।

राजस्व जमा करने में होती परेशानी

किसान चाहते हैं कि समय पर राजस्व जमा कर मालगुजारी रसीद कटवा लें। इसके लिए वे राजस्व कर्मचारी के पास जाते। लेकिन, कई राजस्व के भार मिले रहने के कारण राजस्व कर्मचारी काफी व्यस्त रहते। जिसके कारण किसानों को राजस्व जमा करने के लिए कई बार दौड़ना पड़ता है। जमीन से संबंधित किसी भी तरह के कार्य को कराने के लिए किसानों कई बार राजस्व कर्मचारी के आवास पर दौड़ना पड़ता। फिर भी उनके काम नहीं होते।

अंचल में नहीं हैं अमीन

सरकारी एवं किसानों की भूमि की नापी करने लिए मानपुर अंचल में अमीन का पद सृजित किया गया। लेकिन कई माह से यह पद रिक्त है। फिलहाल दूसरे अंचल के अमीन को प्रभार देकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है। जमीन की नापी के लिए किसानों को कई बार अंचल कायाॅलय का चककर लगाना पड़ता। फिर भी जमीन की नापी सही समय पर नहीं होता।

क्या कहते किसान

जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव डाॅ. रामकुमार मेहता, शादीपुर के मुखिया अरविंद कुमार, मुकेश सिंह आदि किसानों का कहना है कि मानपुर अंचल में राजस्व कर्मचारी के कमी से हमलोगों को काफी परेशानी है। जमीन से संबंधित काम कराने में राजस्व कर्मचारी के पास कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ता। अमीन के अभाव में जमीन की नापी भी समय पर नहीं होती। जिसके कारण यहां के किसान काफी परेशान हैं।

क्या कहते अधिकारी

अंचला अधिकारी अनुज कुमार का कहना है कि मानपुर में 19 हल्का है। लेकिन राजस्व कर्मचारी मात्र तीन ही हैं। एक राजस्व कर्मचारी के जिम्मे कई हल्का रहता। जिसके कारण किसानों के जमीन से संबंधित कार्य समय पर नहीं कर पाते। राजस्व कर्मचारी के संख्या बढा़ने के लिए कई बार संबंधित उच्च अधिकारियों को ध्यान आकर्षित कराया हूं। स्थाई  अमीन की भी मांग की गई है।

chat bot
आपका साथी