Aurangabad: कोई स्‍थानीय तो कोई इमरजेंसी बता पहले जांच का बनाते हैं दबाव, तोड़ देते कायदे-कानून

औरंगाबाद जिले में कोरोना जांच केंद्रों पर हर दिन लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन लोग नहीं करते। हंगामा होता रहता है। इस वजह से संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 10:56 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 10:56 AM (IST)
Aurangabad: कोई स्‍थानीय तो कोई इमरजेंसी बता पहले जांच का बनाते हैं दबाव, तोड़ देते कायदे-कानून
औरंगाबाद के कुटुंबा में जांच केंद्र पर भीड़। जागरण

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमण कम तो हुआ है पर लोगों की लापरवाही की वजह से संक्रमण की रफ्तार फिर तेजी से तेजी सकती है। खासकर कोरोना की जांच के दौरान लोग दायरा पार कर जाते हैं। फिर न तो शारीरिक दूरी का ख्‍याल रहता है और न फेंके गए जांच किट का। अपनी बारी का इंतजार किए बगैर पहले हम, पहले हम में उतावले रहते हैं। इससे कार्य में भी बाधा हो रही है। बात कुटुंबा की करें तो जांच कार्य में लगे स्वास्थ्य कर्मी बीके यादव कुमारी, अलका सिन्हा, विजय मेहता, अशोक राम, मंजू कुमारी आदि बताते हैं रेफरल अस्पताल कुटुंबा की टीम तिदिन लगभग 100 से अधिक लोगों की जांच करती है। इसमें अधिकतर लोग 10से 12:00 के बीच हॉस्पिटल पहुंचते हैं और सभी एक साथ जांच कराने के लिए हो हल्ला मचाते हैं।

स्‍थानीय बता करने लगते हैं हंगामा 

लोग फिजिकल डिस्‍टेंसिंग के कायदे-कानून भी भूल जाते हैं। हो-हंगामा करते रहते हैं। इस कारण सभी कर्मी परेशान रहते हैं। भीड़ बढ़ने पर अस्पताल के गार्ड भी नियंत्रण नहीं कर पाते हैं। नौबत कई बार तू तू मैं मै की आ जाती है। कर्मियों ने बताया कि जांच के लिए आने वाले लोग अपने को स्थानीय बताते हुए पहले जांच करने का दबाव बनाते हैं। जब उन्हें नंबर से आने को कहा जाता है तो हल्ला मचाना शुरू कर देते हैं। अस्पताल परिसर में सोमवार को भी कई बार तू तू मैं मैं होती रही। कर्मियों ने बताया कि जांच के लिए आने वाले हर लोग इमरजेंसी बताकर पहले जांच कराना चाहते हैं। जिससे परेशानी बढ़ जाती है।

आम लोग सहयोग नहीं करेंगे तो होगी परेशानी 

बताया कि जरूरत के अनुसार इमरजेंसी देखते हुए यदि बगैर नंबर का जांच की जाती है तो दूसरे लोग हल्ला मचाने लगते हैं। कर्मियों ने जांच कराने आने वाले लोगों से भी सहयोग की अपील की है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेंद्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि एकाएक भीड़ होने से परेशानी होती है। उपलब्ध संसाधन एवं कर्मी के अनुसार सभी को समय पर जांच करने का प्रयास किया जाता है। आम लोगों को खुद से समाजिक दूरी बनाकर जांच कराने का प्रयास करना चाहिए ताकि संक्रमण का चेन टूट सके। भीड़ में एक दूसरे के संपर्क में आने से स्वस्थ व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है। ऐसे में थोड़ी सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि अस्पताल में शांति व्यवस्था बहाली के लिए प्रशासन को भी लिखा जाएगा।

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