कोरोना काल में भी नहीं थमा रेलवे के विकास का पहिया, नए साल में रोहतास में दिखेंगे कई बदलाव

कोरोना में एक ओर सबकुछ थम सा गया था लेकिन रेलवे अपने विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर रहा। इस क्रम में रोहतास स्‍टेशन पर विकास के कई सारे काम हुए हैं। नए साल में बदलाव दिखेगा। यात्रियों को सहूलियत होगी।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 01 Jan 2021 09:47 AM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2021 09:47 AM (IST)
कोरोना काल में भी नहीं थमा रेलवे के विकास का पहिया, नए साल में रोहतास में दिखेंगे कई बदलाव
नए साल में बदला-बदला दिखेगा रोहतास स्‍टेशन। फाइल फोटो

जासं, सासाराम (रोहतास)। वर्ष 2020 हर क्षेत्र के लिए उथल-पुथल भरा रहा। चाहे वह शिक्षा हो, राेजगार हो या फिर यातायात। कोरोना महामारी का असर सब पर पडा़। लेकिन इनके बावजूद रेलवे के विकास का पहिया नहीं थमा। सासाराम व डेहरी समेत जिले से जुड़े अन्य छोटे-बड़े स्टेशनों पर विकास के कार्य होते रहे। रेलवे कर्मी व उससे जुड़े मजदूर कोरोना वारियर्स के तौर पर जान-जोखिम में डाल काम करते रहे। इसका नतीजा रहा कि विभाग को राजस्व की अच्‍छी प्राप्ति हुई। सासाराम व पहलेजा गुड्स शेड से माल की ढुलाई होती रही।

नए वर्ष में कई योजनाएं पूरी होने की उम्‍मीद

रेलवे ने सासाराम से बड़े पैमाने पर गेंहू व चावल दूसरे जिले में भेजे। जो भी विकास कार्य स्वीकृत किए गए हैं उसे नए वर्ष 2021 में पूरा होने की उम्मीद यहां के रेल यात्रियों को है। बीते वर्ष में जहां डेहरी में सर्कुलेटिंग एरिया का लोकार्पण किया गया, वहीं सासाराम में रेलवे स्टेडियम, सौ फीट ऊंचा तिरंगा व सर्कुलेटिंग एरिया का कार्य पूरा हुआ। जबकि कुम्हऊ रेलवे स्टेशन पर एफओबी की आधारशिला रखी गई। नए वर्ष में जहां डेहरी में रेल वैगन कारखाना का निर्माण प्रारंभ होने की उम्मीद है। वहीं सासाराम में लिफ्ट व एस्‍केलेटर लगाने का कार्य शुरू होने की संभावना है। साथ ही सासाराम में रेल डीएसपी के अलावा आरा-सासाराम रेलखंड पर नोखा व बिक्रमगंज में रेल थाना के अस्तित्व में आने की प्रबल उम्मीद है। कारण कि राज्य सरकार ने इन दोनों स्टेशन पर रेल थाना की स्वीकृति बहुत पहले ही दे दी है। पदस्थापित होने वाले कर्मियों व अधिकारियों के लिए रेलवे से सहमति आना बाकी है।

आपदा को उत्‍सव में बदलने की कोशिश

डीडीयू के डीआरएम राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि रेलवे सेवा के लिए 2020 बहुत ही निराशाजनक रहा। फिर भी विभाग ने आपदा को उत्सव में बदलने की पूरी कोशिश की। लोगों तक खाद्यान्न सामग्री आसानी से पहुंचे, इसे ले मालवाहन ट्रेनों का परिचालन यथावत रखा गया। साथ ही सासाराम, डेहरी समेत अन्य रेलवे स्टेशनों पर विकास के कई कार्य भी हुए, जिसका स्थानीय सांसदों ने लोकार्पण किया।

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