मौत का कुआं के रूप में चर्चित हो रहा गया के कोहवरी गांव का पत्थर उत्खन्न से बना गड्ढ़ा

प्रखंड के कोहबारी गांव में पत्थर उत्खनन से बना गड्ढ़ा क्षेत्र में मौत का कुआं के रूप में चर्चित होने लगा है। क्योंकि यहां पहले भी दो व्यक्ति की डूबने से मौत हो चुकी है। साथ ही रविवार को दो बच्चे इसी गड्ढें में नहाने के दौरान डूबकर मर गए।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 11:53 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 01:22 PM (IST)
मौत का कुआं के रूप में चर्चित हो रहा गया के कोहवरी गांव का पत्थर उत्खन्न से बना गड्ढ़ा
पत्‍थर निकालने से बने गड्ढ़ेंनुमा तालाब में कई की डूबकर मौत हो गई। जागरण फोटो।

बाराचटटी (गया) , संवाद सूत्र। प्रखंड के कोहबारी गांव में पत्थर उत्खनन से बना गड्ढें में रविवार को दो बच्‍चों की डूबकर मौत हो गई। पत्‍थर निकालने से यह गड्ढ़ा तालाब जैसा बन गया है। बच्‍चे इसमें नहाने गए थे। पहले भी इस गड्ढ़ें में दो व्यक्ति की डूबने से मौत हो चुकी है। यह जगह क्षेत्र में मौत का कुआं के रूप में चर्चित होने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध उत्‍खनन के दौरान यहां से इतने पत्‍थर निकाले गए हैं कि बड़ा गड्ढा बन गया है, जिसमें बारिश का पानी लबालब भरने से यह तालाब जैसा हो गया है।

कोहबारी गांव की रहने वाली कलवा देवी एवं नन्हकु मांझी ने बताया कि हमलोग भी बस्ती के अन्य लोगों के साथ इस जगह पर पत्थर तोडने का काम किए है। बहुत पत्थर निकला है, जिसके कारण गड्ढ़ा हो गया है। इसकी गहराई बहुत ज्यादा है। इसमें पहले दो और लोगों की मौत हुई है जो पडेया के रहने थें। कलवा देवी कहती है कि वन विभाग के पदाधिकारी अवैध पत्थर खनन पर रोक लगाएं थे तब से यहां पत्थर तोडने का काम बंद हुआ। लेकिन इसको घेरकर सुरक्षित किया नहीं किया गया है। जिसके कारण आए दिन यहां पर दुर्घटनाएं होती है।

कारी चट्टान सुनसान जगह है। इस क्षेत्र में ग्रामीण जानवर चराने जाते हैं। घटना घटित होने पर किसी को कानोंकान खबर तक नहीं होती। पहले भी दो का शव होने का खुलासा जानवर चराने वालों ने किया था और रविवार को भी दो बच्चे के डूबने का खुलासा जानवर चराने वालों ने ही किया। हो-हल्ला करने पर ग्रामीण जुटे और दोनों बच्चे का शव गड्ढ़ें से निकालकर इलाज के लिए गया मगध मेडिकल कालेज सह अस्पताल ले गए। लेकिन रास्ते में ही दोनों बच्चे की मौत हो गई। मृत बच्चा संजीत कुमार व आनंद कुमार थे।

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