औरंगाबाद में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार पड़ी धीमी, अब तक 10 फीसद लोगों ने भी नहीं ली वैक्‍सीन

औरंगाबाद जिले में 13.26 लाख युवाओं की जगह महज 47899 को ही अब तक कोरोना का टीका लग सका है। वहीं जिले के 755 स्वास्थ्यकर्मियों ने अब तक वैक्सीन नहीं ली है। कुल 3008 स्वास्थ्यकर्मियों ने नहीं ली दूसरी डोज।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:46 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:46 AM (IST)
औरंगाबाद में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार पड़ी धीमी, अब तक 10 फीसद लोगों ने भी नहीं ली वैक्‍सीन
औरंगाबाद जिले में धीमी पड़ी कोरोना टीकाकरण की रफ्तार। प्रतीकात्‍मक फोटो

औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। जिला प्रशासन और स्‍वास्‍थ्‍य विभाग कोरोना का टीकाकरण (Covid Vaccination) करवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इधर सामाजिक सरोकार के तहत दैनिक जागरण (Dainik Jagran) ने कोरोना टीकाकरण की जागरूकता को लेकर अभियान चला रखा है। हर दिन अखबार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कोरोना का टीका अवश्य लें।  लेकिन औरंगाबाद में टीकाकरण की स्थिति संतोषजनक नहीं है। अब तक मात्र 9.60 फीसद लोगों ने टीका लगाया है। दूसरे डोज के मामले में यह जिला पिछले पायदान पर है।

अब तक 1.86 फीसद लोगों ने ही ली दूसरी डोज

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले में 19,43,926 लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाना है। अब तक मात्र 1,86,654 लोगों को टीका लगाया जा सका है। 36,175 ने वैक्सीन की दूसरी डोज ली है। टीकाकरण के मामले में स्वास्थ्यकर्मी भी सजग नहीं हैं। जिले में 11,589 स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया। 10,834 स्वास्थ्यकर्मियों ने टीका लगवाया। दूसरी डोज लेने के मामले में स्वास्थ्यकर्मी पीछे रह गए। इसी विभाग के कर्मियों के जिम्मे टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने की जिम्मेदारी है। अब तक 3008 स्वास्थ्यकर्मियों ने दूसरा डोज का टीका नहीं लगवाई है।

45 से अधिक उम्र के 1.19 लाख का टीकाकरण

जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग टीकाकरण को लेकर सजग नहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 5,99,292 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब तक मात्र 1,19,745 लोगों को टीका लगाया जा सका है जो लक्ष्य का मात्र 19.98 प्रतिशत है। 45 से अधिक उम्र के मात्र 23,810 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया है। टीका एक्सप्रेस गांवों में ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए जागरूक कर रही है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के ग्रामीणों को गांव में टीका लगा रही है फिर भी रफ्तार में तेजी नहीं आ रही है।

18 से अधिक उम्र के मात्र 3.61 फीसद का टीकाकरण

युवाओं में भी टीकाकरण को लेकर जो उत्साह होनी चाहिए थी नहीं है। टीकाकरण के मामले में युवा अब तक पीछे हैं। अब तक मात्र 3.61 प्रतिशत लोगों ने टीका लिया है। वर्ष 2011 की जनसंख्या के अनुसार जिले में 18 से 45 वर्ष के 13,26,614 लोग हैं। इनकी संख्या अब बढ़ गई होगी। अब तक मात्र 47,899 लोगों ने टीकाकरण का पहला डोज लिया है। यानि कि जिले में अब तक 19,43,926 के टीकाकरण का लक्ष्य था जो 1,86,654 तक पहुंची है। टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की जरूरत है।

फ्रंट लाइन वर्करों ने पहले दिखाया उत्साह, अब शिथिल

टीकाकरण के मामले में फ्रंट लाइन वर्करों ने पहले उत्साह दिखाया परंतु बाद में शिथिल पड़ गए। जिले में 6,431 फ्रंट लाइन वर्करों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था परंतु 8,163 वर्करों ने टीकाकरण का पहला डोज लगाया। यानि कि लक्ष्य से 27 प्रतिशत अधिक टीका लगाया गया। दूसरी डोज लेने के मामले में वर्कर पीछे रह गए। मात्र 4,539 वर्करों ने दूसरी डोज ली जो लक्ष्य से 29 फीसद कम है। डीपीएम डॉ. कुमार मनोज कहते हैं कि टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की जरूरत है। ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है। लक्ष्य के अनुरूप अब तक सफलता नहीं मिली है। तेजी लाने का प्रयास चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मी टीकाकरण अभियान में लगे हैं। अब तक मात्र 9.60 फीसद लोगों को टीका लगाया जा सका है।

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