रोड पर लगा सूचनापट कहता कुछ, काम कुछ और हुआ, जब टूटने लगी सड़क तो अधिकारी बोले- कंफ्यूजन है

जानकर हैरानी होगी कि इस सड़क को पिछले पांच साल से विनय कुमार नामक संवेदक को देखरेख का ठेका विभाग ने दिया हुआ है। सरैया मोड़ से मकसूदपुर तक निर्मित सड़क वर्ष 2016 में संवेदक सुधीर कुमार राय के द्वारा बनाई गई थी।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Mon, 08 Mar 2021 03:25 PM (IST) Updated:Mon, 08 Mar 2021 03:25 PM (IST)
रोड पर लगा सूचनापट कहता कुछ, काम कुछ और हुआ, जब टूटने लगी सड़क तो अधिकारी बोले- कंफ्यूजन है
सड़क पर लगा सूचनापट दे रहा गलत जानकारी। जागरण।

संवाद सूत्र, खिजरसराय (गया)। भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी खिजरसराय प्रखंड की एक सड़क, शिलापट्ट के अनुसार नहीं हुआ कार्य। सरकार कहती है कि भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन वास्तविकता यह है कि भ्रष्टाचार आज के समय में आ‍खिरी चरम पर है।

मामला अतरी विधानसभा के अंतर्गत खिजरसराय प्रखंड का है, जहां शिलापट्ट पर लिखा हुआ कुछ और है और काम कहीं और हुआ है। यानी कि शिलापट्ट के अनुसार लगभग तीन किलोमीटर का घोटाला किया गया है। बोर्ड के अनुसार सड़क का कार्य गया इस्लामपुर मुख्य मार्ग भाया उचौली शांति नगर से मकसूदपुर तक किया जाना था। यहां यह जानना जरूरी है कि इस सड़क की लंबाई तीन किलोमीटर है। लेकिन, संवेदक मेशर्स आदर्श कंस्ट्रक्शन मानपुर और अधिकारियों की मिलीभगत से इस सड़क का निर्माण न करते हुए सरैया मोड़ से लेकर मकसूदपुर तक पूर्व से बनी हुई। दूसरी सड़क का मरम्मत कर उसे नया सड़क निर्माण दिखा कर सरकारी राशि की निकासी और बंदरबाट कर लिया गया। अब यह जानकर आपको हैरानी होगी कि इसी सड़क को पिछले 5 साल से विनय कुमार नामक संवेदक को देखरेख का ठेका विभाग ने दिया हुआ है। सरैया मोड़ से मकसूदपुर तक निर्मित सड़क वर्ष 2016 में संवेदक सुधीर कुमार राय के द्वारा बनाई गई थी। सड़क बनने का कार्य 17 अगस्त 2016 को समाप्त हुआ था। सड़क की देखरेख के लिए पांच सालों तक यानी 17 अगस्त 2021 तक उसी संवेदक को ठेका दिया गया था। लेकिन, विभाग के अधिकारियों और संवेदक की मिलीभगत से पूर्व से निर्मित सड़क पर नया सड़क निर्माण कर लाखो रुपये का वारा न्यारा कर लिया गया।

कैसे होना था सड़क निर्माण

विभाग के द्वारा लगाए गए बोर्ड में साफ लिखा हुआ है कि गया इस्लामपुर रोड भाया उचौली शांतिनगर से मकुसुदपुर तक सड़क निर्माण किया गया।जबकि वास्तविकता कुछ और ही है। इस सम्बंध में विभाग के जे ई छोटे पाल ने बताया की सड़क निर्माण में कुछ कंफ्यूजन ग्रामीणों को हो गयी है। सड़क का नाम सिर्फ बदला है पर यह पुराने सड़क को ही पुर्ननिर्माण किया जा रहा है।

अतरी विधायक अजय यादव उर्फ रंजीत यादव ने कहा की उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है। प्रथम दृष्टया लगता है कि सड़क निर्माण में संवेदक और अधिकारियों की मिलीभगत से घालमेल किया गया है। वो पूरे मामले की जांच विभागीय सचिव को पत्र लिखकर करवाएंगे।

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