Lockdown in Gaya: बोधगया में लॉकडाउन का दिख रहा असर, सड़कों से लेकर मंदिर तक सन्नाटा
विश्वप्रसिद्ध शहर बोधगया में लॉकडाउन का असर साफ दिख रहा है। महाबोधि मंदिर से लेकर सड़क तक में सन्नाटा पसरा हुआ है। केवल सब्जी बाजार में कुछ देर के लिए भीड़ दिख रही है। शारीरिक दूरी को ध्यान में रखा जा रहा है।
बोधगया, संवाद सूत्र। कोरोना के बढ़े संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लगे संपूर्ण लॉकडाउन (Complete Lockdown in Bihar) का असर अंतरराष्ट्रीय शहर बोधगया (International Place Bodhgaya) में प्रभावी दिखने लगा है। हमेशा बुद्धम शरणम गच्छामि के उद्घोष से गुंजायमान रहने वाला महाबोधि मंदिर (Mahabodhi Temple) का एरिया इन दिनों वीरान सा पड़ा है। शहर में हलचल नहीं दिख रही। बीटीएमसी चहारदीवारी से सटे नो पार्किंग एरिया में भिक्षुओं (भिखारी) की जमात को दानदाताओं का इंतजार है। हमेशा से दूसरों के दान से ही इन भिक्षुओं का जीवन यापन चलता है। वहीं दूसरी तरफ बाजार में प्रतिदिन सुबह में फल, सब्जी, दूध किराना आदि के खरीदारी के लिए लोग घरों से निकलते हैं।
सब्जी बाजार में दिखती है भीड़
प्रशासनिक गाइडलाइन के मुताबिक जरूरी सेवाओं की दुकानें सुबह सात से 11 बजे तक ही खुलनी है। लेकिन बोधगया में सब्जी बाजार को छोड़कर शेष सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। शहर में कर्फ्यू सा नजारा देखने को मिल रहा है। बोधगया थाना की पुलिस द्वारा राउंड द क्लॉक पेट्रोलिंग हो रही है। सुबह में खासकर पच्छट्टी व गोदाम रोड में सब्जी, फल, दूध व किराना दुकानों पर खरीदारी के लिए भीड़ लग रही है। साथ ही दोमुहान मोड़ पर भी कमोबेश वही स्थिति है।
किराना दुकानों के सामने बनाया गया है गोलाकार घेरा
वहीं किराना दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए गोलाकार घेरा बनाया गया है। प्रतिदिन ग्यारह बजते ही सड़कों पर पुलिस प्रशासन की गाड़ियां दौड़नी शुरू हो जाती है। इसके बाद कुछ देर के लिए बाजार में दुकानों का शटर गिरने लगता है। सड़क किनारे से फल-सब्जी की बेचने वाले भी चलते बन रहे हैं। समय होते ही आधे घंटे के लिए बाजार में दुकानों बंद करने के क्रम में हलचल की स्थिति बनी रहती है। गौरतलब है कि विश्व धरोहर की सूची में शामिल महाबोधि मंदिर बौद्ध धर्म का बड़ा केंद्र है। यहां जापान, थाईलैंड समेत कई देशों के बौद्ध धर्मावलंबी यहां पहुंचते हैं। यहां वर्ष भर भीड़ लगी रहती है। लेकिन कोरोना की वजह से इन दिनों यहांं सन्नाटा पसरा है।
(बंद पड़ींं दुकाने।