बारिश के दौरान बैठे थे, घर ढहा तो दबकर हो गई मौत

गया। भारी बारिश के चलते प्रखंड क्षेत्र की घुरियावां पंचायत के मुंदिपुर गांव में शनिवार को जब मिट्टी का घर ढहा तो उस समय अंदर बैठे 50 वर्षीय गृहस्वामी मुसन यादव यही मना रहे थे कि बारिश थम जाए पर ऐसा नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:37 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:37 PM (IST)
बारिश के दौरान बैठे थे, घर ढहा तो दबकर हो गई मौत
बारिश के दौरान बैठे थे, घर ढहा तो दबकर हो गई मौत

गया। भारी बारिश के चलते प्रखंड क्षेत्र की घुरियावां पंचायत के मुंदिपुर गांव में शनिवार को जब मिट्टी का घर ढहा तो उस समय अंदर बैठे 50 वर्षीय गृहस्वामी मुसन यादव यही मना रहे थे कि बारिश थम जाए, पर ऐसा नहीं हुआ। घर गिरा तो उसके मलबे में दब गए, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पंचायत के मुखिया प्रकाश चौधरी ने बताया कि वे एक निर्धन व्यक्ति थे। मिट्टी व खपरैल मकान जर्जर स्थिति में था। गरीबी के कारण ठीक से मरम्मत नहीं करा सके थे। इसी मकान में उनका आवास था। लगातार वर्षा के कारण वे घर में बैठे थे।

दीवारों पर पानी का लगातार रिसाव होने के कारण मकान का एक भाग गिर गया, जिसमें वे दब गए। दूसरे भाग में रहे स्वजन व अन्य सदस्यों के शोर और मकान गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़े मलबे को बड़ी मशक्कत कर हटाते हुए दबे मुसन को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। क्षेत्र के निवर्तमान जिला पार्षद सह जिला परामर्श दात्री समिति के सदस्य डा नंदकिशोर प्रसाद यादव स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा अंचल अधिकारी को सूचना देकर परिवार को आपदा प्रबंधन से क्षतिपूर्ति देने की मांग की।

वहीं, पतेड़ मंगरावां ग्राम पंचायत अंतर्गत पतेड़ गांव में भी वर्षा के कारण मोहन यादव का मकान गिर गया, जिससे पूरा परिवार बेघर हो गया है। वहां भी तत्काल राहत की आवश्यकता दिख रही है। फिलहाल, पूरे परिवार दूसरे के घर में शरण लिए हुए हैं। अंचल अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि मृतक के स्वजन को शव की अंत्येष्टि के पूर्व पोस्टमार्टम करवाने को कहा गया है। अगर आपदा से मुआवजा देने का प्रविधान आया तो कार्रवाई कर पीड़ित परिजन को लाभ दिलाया जाएगा।

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