राजद प्रदेश अध्यक्ष बेटे को बचाने के लिए आपदा में भी सेंक रहे राजनीतिक रोटी, भाजपा ने बोला हमला
कैमूर के पूर्व भाजपा विधायक अशोक सिंह ने कहा है कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह कोरोना की इस आपदा की घड़ी में भी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं। यह सब खेल अपने डॉक्टर बेटे को बचाने का है।
रामगढ़ (कैमूर), संवाद सूत्र। कोरोना की दूसरी खतरनाक लहर से पूरा देश जूझ रहा है। विपदा की इस घड़ी में कैमूर समेत अपना बिहार भी संक्रमण की चपेट में है। लेकिन ऐसे आफत के माहौल में भी राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (RJD State President Jagdanand Singh) राजनीतिक रोटी सेंकने से बाज नहीं आ रहे। यह बातें भाजपा के पूर्व विधायक (Former BJP MLA) अशोक सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है।
डॉक्टर बेटे को बचाने के लिए राज्य सरकार पर हैं हमलावर
उन्होंने कहा कि उनके विधायक बेटे सुधाकर सिंह राहत का झूठा ढ़िंढ़ोरा पीट कर जनता को बरगलाने में मशगूल हैं। हालांकि उन्हें पता होना चाहिए कि पटना आवास से चिट्ठी लिखने का फंडा बेटे को सिखाकर झूठी वाहवाही बटोरने की उनकी मंशा कामयाब नहीं होगी। कैमूर के लोगों को अच्छी तरह से पता है कि वे अपने चिकित्सक पुत्र के घोटाले पर पर्दा डालने के लिए राज्य सरकार पर हमलावर हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग में हुए करोड़ों के घोटाले में उनके पुत्र अभियुक्त हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। गबन की 25 फीसदी राशि जमाकर जमानत पर हैं।
जब फंड ही नहीं तो अनुशंसा कैसा
झूठी वाहवाही लूटने के लिए प्रदेश अध्यक्ष ने राजधानी से जो खाका तैयार किया उसके तहत विधायक फंड की राशि का पहले अपने बेटे से अवैधानिक अनुशंसा करा दिया। फिर अन्य विधायकों से भी ऐसा ही अनुशंसा कराई। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना की राशि बीते कोरोना काल में भी राज्य सरकार ने आपदा की चुनौतियों से निबटने के लिए ली थी और इस वर्ष भी सरकार ने ऐसा ही फैसला लिया है। ऐसे में सवाल यह है कि जब विधायक के पास फंड था ही नहीं तो वो अनुशंसा करने के अधिकारी ही नहीं थे। इसके अलावा जिन चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए अनुशंसा की गई उसमें एंबुलेंस क्रय को छोड़कर अन्य सामग्री के लिए अनुशंसा नियमानुकूल ही नहीं है। ऐसे माहौल में राज्य सरकार पर आरोप मढ़कर राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने सियासत का खेल शुरू कर दिया है। ताकि बेटे के घालमेल का खेल दब जाए। जबकि ऐसा होने वाला नहीं।