कोरोना के खतरे और महंगाई की मार से फीका रह सकता रंगों का त्योहार, 52 फीसद बढ़े खाद्य तेल के दाम
होली का त्योहार करीब आ गया है लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी होली के रंग में भंग पड़ने के आसार लग रहे हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकारों को सचेत कर दिया है। कई राज्यों में होली नहीं मनाई जा रही है।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। होली का त्योहार करीब आ गया है लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी होली के रंग में भंग पड़ने के आसार लग रहे हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकारों को सचेत कर दिया है। औरंगाबाद में भी कुछ इसी तरह के आसार बन रहे हैं। कोरोना से अलग महंगाई ने भी होली का रंग बेरंग करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के कारण खुदरा सामान की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी बनी हुई है। इससे इस साल भी होली का रंग कुछ फीका रह सकता है।
खाद्य तेलों में आई रिकॉर्ड तोड़ महंगाई
पिछले चार महीनों के बीच खाद्य तेल की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। इसमें सरसों के तेल से लेकर पाम ऑयल, सूरजमुखी, नारियल, मूंगफली और अन्य तेल भी शामिल हैं। वर्तमान में सरसों के तेल की कीमत 120 रुपये प्रति लीटर से 140 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई हैं। जो रिफाइंड ऑयल नवंबर में 95 रुपये प्रति लीटर हुआ करता था, उसकी कीमत आज 140 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। सरसों के तेल की कीमतों में 40 फीसदी, सूरजमुखी के तेल में 52 फीसदी, सोयाबीन के तेल में 34 फीसदी और रिफाइंड तेल की कीमतों में 37 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।
ड्राई फ्रूट के दामों में हुए वृद्धि
महंगाई की मार इस तरह बढ़ी है कि ड्राई फ्रूट खरीदने तो दूर लोग दाम।पूछना भी नहीं चाहते हैं। मुख्य बाजार के दुकानदार राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2020 के होली में 500 रुपये काजू था परंतु इस वर्ष 850 रुपये किलो हो गया है। किसमिस के कीमत में प्रति किलो 50 रुपया का वृद्धि हुआ है। इसके अलावा कई अन्य ड्राई फ्रूट का भी दाम आसमान छू रहे हैं।
सब्जियों की कीमतों में भी बढ़ोतरी
महंगाई का असर प्रमुख सब्जियों की कीमतों पर भी पड़ा है। मुख्य बाजार में आलू की कीमत इसी समय 30 रुपये किलो तक पहुंच गई है, हालांकि खुदरा बाजार में यह 10 से 15 रुपये किलो में उपलब्ध है। प्याज की नई फसल आने का समय करीब आने के बाद भी प्याज की खुदरा कीमत आज भी 40 से 60 रुपये के बीच चल रही है। मटर 40 रुपये प्रति किलो, लौकी 30 रुपये किलो, गाजर 20 से 30 रुपये, टमाटर की कीमतें 30 से 40 रुपये के बीच चल रही हैं। बैगन 40 रुपये किलो, मूली 30 रुपये किलो, सीताफल 30 रुपये किलो, बीन्स 80 रुपये किलो में बिक रही है। इस तरह सब्जियों की महंगाई होली का जायका बिगाड़ सकती है।
40 से 200 रुपये तक पिचकारी
होली पर्व को लेकर बाजार में पिचकारी का दुकान सज गया है। हर जगह दुकान पर रंग और पिचकारी दिखाई दे रहा है। बाजार में पिचकारी बेच रहा दुकानदार पिंटू कुमार ने बताया कि मेरे पास 40 रुपये से लेकर 200 रुपया तक का पिचकारी है। इसमें कई तरह के पिचकारी शामिल हैं।