कैमूर में चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था, 250 की क्षमता वाले ब्लड बैंक में मात्र 36 यूनिट खून उपलब्ध
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक सह ब्लड बैंक के नोडल पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि बीते वर्ष कोरोना की पहली व इस वर्ष दूसरी लहर के चलते ब्लड कलेक्शन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, भभुआ। प्रदेश के माडल ब्लड बैंक के रूप में चर्चित सदर अस्पताल में स्थित 250 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में विभिन्न ग्रुप के 36 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। 24 घंटे सेवा वाले इस संस्थान को सुचारू रूप से चलाने के लिए चार लैब टेक्नीशियन की आवश्यकता है लेकिन वर्तमान में दो ही टेक्नीशियन उपलब्ध है। इससें उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ब्लड कम होने का करण रक्तदान शिविरों का कम होना है। वर्तमान वर्ष में जुलाई में एसबीपी कालेज की प्रोफेसर डॉ सीमा पटेल द्वारा आयोजित शिविर में पांच लोगों ने रक्तदान किया था। इसके बाद आल इंडिया मोबाइल रिलेशन एसोसिएशन द्वारा 11 सितंबर को आयोजित शिविर में 22 लोगों ने रक्तदान किया था। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने स्वंय सेवियों से शिविर का आयोजन करने की अपील की है।
ब्लड बैंक में खून उपलब्धता व आपूर्ति की स्थिति
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार औसत प्रति माह विभिन्न स्रोतों जहां 80 यूनिट ब्लड का कलेक्शन हो रहा है वहीं लगभग 75 यूनिट ब्लड की आपूर्ति हो रही है। इसमें से लगभग 50 फीसदी ब्लड खून की कमी वाली गर्भवती महिलाओं को आपूर्ति हो रही है। शेष ब्लड आपरेशन व अन्य कम ब्लड वाले इलाज कराने वाले मरीजों को दिया जा रहा है। बीते जुलाई माह में जहां 84 यूनिट ब्लड कलेक्ट हुआ था वहीं 81 यूनिट ब्लड कीआपूर्ति की गई थी। अगस्त माह में 81 यूनिट ब्लड का कलेक्शन हुआ था जबकि आपूर्ति 84 यूनिट की हुई थी। सितंबर माह में 24 तारीख तक 80 यूनिट ब्लड कलेक्ट हुआ था वहीं 73 यूनिट ब्लड की आपूर्ति हो चुकी है।
क्या कहते है अधिकारी
इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक सह ब्लड बैंक के नोडल पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार ने बताया कि बीते वर्ष कोरोना की पहली व इस वर्ष दूसरी लहर के चलते ब्लड कलेक्शन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसी प्रकार कार्य चलाया जा रहा है काफी प्रयास के बाद ब्लड बैंक के लाइसेंस बनवाने का कार्य पूरा करने के साथ ब्लड बैक को संसाधन युक्त सुसजजित करने कार्य किया गया है। शीघ्र जन सहयोग से ब्लड की मात्रा बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।