नहर में स्नान कर रहा बालक ह्यूम पाइप में फंसा, जिंदा निकालने का हुआ पूरा प्रयास, मगर नहीं बची जान

सोन नहर के आसपास के गांवों के अधिकांश बच्चे रोजाना नहर में घंटों स्नान करते हैं। उनके स्वजन भी बच्चों पर ध्यान नहीं देते हैं। इस कारण अक्सर ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इस माह में अब तक डूबने से आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है।

By Prashant KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:20 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:20 AM (IST)
नहर में स्नान कर रहा बालक ह्यूम पाइप में फंसा, जिंदा निकालने का हुआ पूरा प्रयास, मगर नहीं बची जान
नहर में डूबने से बालक की मौत। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

संवाद सूत्र, भगवानपुर (भभुआ)। कैमूर जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के ओरगांव गांव के रमाशंकर बिंद के 12 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण बिंद की गुरुवार को नहर में स्नान करते समय डूबकर मौत हो गई। वह गांव के समीप सोन नहर में स्नान कर रहा था। इसी दौरान ह्यूम पाइप की धार में फंस गया और डूबकर मौत हो गई।

साथ में स्नान कर रहे छोटे-छोटे बच्चे स्नान करके बाहर निकले और गांव में जाकर सूचना दी। इसके 20 मिनट के बाद गांव के लोग आए तो ह्यूम पाइप में फंसे बालक को बाहर निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो गई थी। लोग उसे सदर अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उधर, बालक की मौत की खबर सुनते ही गांव में मातमी सन्नाटा छा गया।

बता दें कि सोन नहर के आसपास के गांवों के अधिकांश बच्चे रोजाना नहर में घंटों स्नान करते हैं। उनके स्वजन भी बच्चों की उछल-कूद की ओर ध्यान नहीं देते हैं। इस कारण अक्सर ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इस माह में अब तक डूबने से आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई है।

इसमें चांद प्रखंड में एक ही दिन दो सगी बहनों की मौत हुई थी। इसके अलावा दुर्गावती में भी एक किशोरी की डूबने से मौत हो गई थी। इसके अलावा अन्य घटनाएं भी तालाबों में डूबने से हुई हैं, लेकिन घर के बड़े लोग व अभिभावक बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस संबंध में सीओ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पानी में डूबकर मरने से आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मिलने वाले मुआवजे की राशि पोस्टमार्टम के बाद प्राथमिकी की रिपोर्ट मिलने पर दी जाएगी।

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