किसानों के बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी राशि, तेलहनी फसलों की खेती पर मिलेगी सौ फीसद सब्सिडी
सरसो राई की खेती करने वाले किसानों को सरकार विशेष सब्सिडी का लाभ देगी। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) योजना के तहत रबी सीजन में तेलहनी फसलों की खेती के लिए बीज व दवा आदि का 100 फीसद सब्सिडी कृषि विभाग देगी।
गया, जागरण संवाददाता। बाजार में इन दिनों सभी तरह की खाद्य तेलों की कीमतें आसमान छू रही है। सरसों तेल 200 रुपए किलो बिक रही है। रिफाइन तेल का भी कमोबेश यही हाल है। इस बीच सरसो, राई की खेती करने वाले किसानों को सरकार विशेष सब्सिडी का लाभ देगी। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) योजना के तहत रबी सीजन में तेलहनी फसलों की खेती के लिए किसानों द्वारा प्रत्यक्षण कराया जाएगा। इसमें किसानों को बीज व दवा आदि का 100 फीसद सब्सिडी कृषि विभाग देगी। खेती के दौरान किसान को खुद ही सरसों, राई का बीज व दवा आदि खरीदना होगा। बाद में इसकी लागत की पूरी राशि योजना अनुसार किसान के बैंक खाता में ट्रांसफर कर दी जाएगी। नवंबर से तिलहनी फसलों के बीज लगाने का समय शुरू हो जाता है।
98 एकड़ में प्रत्यक्षण के लिए 20 क्विंटल बीज की जरूरत
तिलहनी फसलों की खेती प्रत्यक्षण के लिए जिले में 98 एकड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए 20 क्विंटल बीज की जरूरत होगी। इधर, ट्राफा योजना के तहत राई, सरसो की खेती प्रत्यक्षण के लिए कुल 6600 किसानों को योजना का लाभ दिया जाएगा। इसमें सामान्य जाति के 5486, अनुसूचित जाति के 1058 व अनुसूचित जनजाति के 56 किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना में भी शत प्रतिशत सब्सिडी देय है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
जिला कृषि पदाधिकारी सुदामा महतो ने बताया कि इस बार रबी सीजन में तिलहनी फसलों की खेती के लिए किसानों द्वारा प्रत्यक्षण कराने की योजना बनी है। किसानों को सब्सिडी दी जाएगी। सामान्य रूप से जिले में 3796 हेक्टेयर में राई-सरसो की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।