Marriage Ceremony: दूल्हा-दुल्हन को भा रही थाईलैंड के फूलों की वरमाला, जानिए कितनी है कीमत
शादी-विवाह का मौसम होने के कारण गया के फूल बाजार में इन दिनों रौनक की खुशबू पसरी हुई है। दूल्हा-दूल्हन के लिए बड़े पैमाने पर वरमाला का निर्माण हो रहा है। यहां थाईलैंड और कोलकाता के फूलों की वरमाला पहली पसंद बनी है।
गया, जेएनएन। शादियों का मौसम परवान पर है। लगन कम रहने के कारण एक ही दिन कई-कई जाेडि़यां सात फेरे ले रही हैं। ऐसे में फूलों की डिमांड काफी बढ़ गई है। घर से लेकर दूल्हन और दूल्हे राजा तक की गाड़ी सजाने में फूलों का इस्तेमाल हो रहा है। वरमाला की तो बात ही अलग है। इसमें कई तरह के आकर्षक और रंग-बिरंगे फूलों का उपयोग होता है। रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों से वातावरण भ्ाी सुवासित हो उठता है।
थाईलैंड और कोलकाता के फूलों की माला पहली नजर में ही आती हैं पसंद
शादी में वरमाला विशेष स्थान रखता है। ऐसे में वरमाला के समय की माला भी विशेष होती है। बाजार में यूं तो थाईलैंड और कोलकाता के फूलों की वरमाला बनती है। लेकिन थाईलैंड के फूलों की वरमाला लोगों की पहली पसंद है। वरमाला के लिए थाईलैंड से ओरकेट नाम का फूल आ रहा है। शहर के लहेरिया टोला स्थित फूल विक्रेता विकास कुमार मधुकर ने बताया कि थाईलैंड से फूल दिल्ली आता है। उसके बाद गया शहर पहुंचता है। फूल में काफी सुंदर लगता है। लाल फूल में बीच का हिस्सा सफेद होता है। इससे इसकी सुंदरता काफी बढ़ जाती है। फूल जल्द मुरझाएं नहीं, इस कारण इसमें केमिकल डाला होता है। इससे कई दिनों तक फूल खराब नहीं होता है।
वे बताते हैं कि वरमाला में कई तरह के फूलों का इस्तेमाल होता है। इसका फूल कोलकाता और बंगलुरु से भी आता है। इसमें मुख्य रुप से गुलाब और रजनीगंधा फूल का इस्तेमाल किया जाता है। वे बताते हैं कि इससे अच्छी आमदनी हो रही है।
पांच से दस हजार रुपये तक की है वरमाला
फूल विक्रेता के अनुसार उनकी दुकान में एक कारीगर एक दिन में औसतन 4 से 5 वरमाला बनाता है । थाईलैंड के फूलों की वरमाला बाजार में पांच हजार से दस हजार रुपये तक में बिक रही है। गुलाब और रजनीगंधा की वरमाला तीन से पांच हजार तक है। वरमाला बनाने के लिए एक दिन पहले ऑर्डर देना पड़ता है।