Telemedicine: अब घर बैठे स्पेशलिस्ट डॉक्टर से कराइए अपना इलाज, बस आपको यह करना होगा
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा के क्षेत्र में राज्यवासियों के लिए बड़ी सौगात दी है। अब घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज करवाना संभव हो गया है। इसके लिए एंड्रायड मोबाइल रखना जरूरी होगा। इस पर वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टर देखेंगे।
जागरण संवाददाता, गया। आपकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टर के पास फिलहाल नहीं जा सकते। तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपके लिए टेलीमेडिसिन (Telemedicine) की सेवा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने इसका शुभारंभ किया है। अच्छी बात यह है कि गया जिले के 155 स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर टेलीमेडिसिन के जरिए मरीजों का इलाज किया जाएगा। मरीज अपने घर पर रहकर टेलीमेडिसिन सेवा ले सकेंगे। एनएम अपनी नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक से मरीज की वीडियो कॉल पर बात कराएंगी। मरीज की पीड़ा जानकर डॉक्टर दवाएं लिखेंगे
पहले उपलब्ध थी 13 प्रकार की दवाएं अब बढ़कर 39 हुई
आधुनिक चिकित्सा के इस सेवा के शुरू होने से दूसरा जो बड़ा फायदा हुआ वह दवाओं की संख्या में इजाफा है। जानकारी के मुताबिक पहले स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर 13 प्रकार की दवाएं मिलती थी। अब वहां 39 प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहेंगी। मरीज की बीमारी के अनुसार दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए सभी तरह की तैयारियां पूर्व से कर ली गई हैं। सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों में यह टेलीमेडिसिन सुविधा भी उपलब्ध करा देने का दावा स्वास्थ्य महकमा ने किया है।
ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का है मकसद
आमजन विशेष कर ग्रामीणों को चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से ई संजीवनी टेलीमेडिसिन व्यवस्था का शुभारंभ किया गया है। चिकित्सा क्षेत्र में इस नवीन व्यवस्था की मदद से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से चिकित्सीय परामर्श की सुविधाएं व दवाई की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। इसके साथ ही अश्विन पोर्टल तथा वंडर एप आदि का भी शुभारंभ किया गया।
ई संजीवनी को लेकर हुआ ड्राइ रन
ग्रामीणों की ई संजीवनी टेलीमेडिसिन की इस नवीन व्यवस्था तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से शनिवार को शेरघाटी, डोभी व बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रों पर ड्राइ रन का भी आयोजन किया गया। टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों को चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की कमी न हो, इसके लिए संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया। जिलों के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप स्वास्थ्य केंद्रों को टेलीमेडिसिन सेवा से जोड़ा जाएगा। उप स्वास्थ्य केंद्रों को सीधे जिला चिकित्सालय से जोड़ा जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा जिला चिकित्सालय में प्रशिक्षित चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे।