औरंगाबाद बाल सुधार गृह से फरार किशोर ने मोहनियां में किया आत्मसमर्पण

औरंगाबाद से फरार 33 बाल कैदियों में मोहनियां व दुर्गावती के दो-दो कैदी शामिल थे। जिसमें तीन ने दो दिन में मोहनियां के डीएसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। रविवार को मोहनियां निवासी एक और बाल कैदी को स्वजन लेकर डीएसपी आवास पहुंचे। जहां उसने आत्मसमर्पण किया।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:01 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:01 PM (IST)
औरंगाबाद बाल सुधार गृह से फरार किशोर ने मोहनियां में किया आत्मसमर्पण
औरंगाबाद सुरक्षित गृह से फरार हुए थे 33 बाल कैदी, सांकेतिक तस्‍वीर।

मोहनियां (कैमूर), संवाद सहयोगी। बाल सुधार गृह औरंगाबाद से शुक्रवार की रात भागे एक किशोर ने रविवार को मोहनियां के डीएसपी फैज अहमद खान के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। जिसे मोहनियां थाना पुलिस ने औरंगाबाद पुलिस को सौंप दिया। ज्ञात हो की शुक्रवार की रात बाल सुरक्षा गृह बभनडीह औरंगाबाद में बंद बाल कैदियों ने खाना नहीं मिलने की शिकायत पर हंगामा किया। बाल कैदियों ने सुरक्षा गृह के फर्नीचर तोड़-फोड़ डाले और 18-19 पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया था। इसके बाद वहां से 33 बाल कैदी भाग निकले थे।

इन फरार बाल कैदियों में मोहनियां व दुर्गावती के दो-दो कैदी शामिल थे। जिसमें तीन ने दो दिन में मोहनियां के डीएसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। रविवार को मोहनियां निवासी एक और बाल कैदी को स्वजन लेकर डीएसपी आवास पहुंचे। जहां उसने आत्मसमर्पण किया। उसे मोहनियां थाना पुलिस की अभिरक्षा में रखा गया। सूचना पर पहुंची औरंगाबाद पुलिस बाल कैदी को अपने साथ ले गई।

डीएसपी ने बताया कि शनिवार की रात औरंगाबाद के बाल सुधार गृह से 33 बाल कैदी फरार हुए थे। इसमें मोहनियां अनुमंडल के चार बाल कैदी शामिल थे। दो कैदी दुर्गावती थाना के दुर्गावती बाजार व पिपरा गांव के थे। जिन्होंने दुर्गावती पुलिस की दबिश से शनिवार को उनके समक्ष आत्मसमर्पण किया। मोहनियां पुलिस शनिवार को नगर के दो बाल कैदियों के घर पहुंच कर उनके अभिभावकों को समझाया था। बाल कैदियों को शीघ्र पुलिस को सौंपने को कहा था। रविवार को मोहनियां निवासी कैदी ने डीएसपी आवास पर आत्मसमर्पण कर दिया। मोहनियां के दूसरे बाल कैदी ने रविवार को औरंगाबाद पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इस तरह मोहनियां अनुमंडल के फरार चारों बाल कैदियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। बताया जाता है कि फरार 33 बाल कैदियों में से ज्‍यादातर या तो लौट आए, आत्‍मसमर्पण कर दिया या पुलिस द्वारा पकड़ लिए गए।

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